अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़,पुन्हाना:लोकसभा चुनाव से ऐन पहले जननायक जनता पार्टी ने मेवात के दिग्गज नेता मोहम्मद इलियास को अपने पाले में खड़ा कर बड़ा सियासी धमाका किया है जिसकी गूंज आगामी चुनावों तक गूंजती रहेगी। मोहम्मद इलियास का जेजेपी में शामिल होना मेवात, पलवल और गुडग़ांव क्षेत्र में मास्टर स्ट्रोक माना जा सकता है क्योंकि मामला सीधा गुडग़ांव लोकसभा क्षेत्र से जुड़ा है जहां से मोदी सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह सांसद चुन कर आए थे। इनेलो की टिकट पर कई बार विधायक चुन कर मंत्री बने मोहम्मद इलियास का इनेलो को बाय-बाय कहना इनेलो के लिए एक बड़ा झटका है क्योंकि वे इनेलो की टिकट पर 2000 और 2009 में अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों से विधायक बने थे ।
2014 का चुनाव भी चौ. मोहम्मद इलियास ने इनेलो की टिकट पर भी लड़ा था। इनेलो का मेवात में अच्छा खासा प्रभाव था और मेवात की दो सीटों पर इनेलो के विधायक जीत कर आए थे। मुस्लिम बाहुल मेवात में मतदाताओं पर मोहम्मद इलियास परिवार की खास पकड़ रही है। चौ. भजनलाल व चौ. ओमप्रकश चौटाला की सरकार में मंत्री रहे मोहम्मद इलियास का रसूख न केवल पूरे मेवात क्षेत्र में है बल्कि पलवल के मेव क्षेत्र में भी उनका प्रभाव है। मोहम्मद इलियास एकमात्र ऐसे मंत्री हैं जो तीन अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों से विधायक चुने गए हैं। उनके कार्यकर्ता हर विधानसभा क्षेत्र में हैं और उनका परिवार लंबे समय से राजनीति से जुडा रहा है। इतना ही नहीं उनके पिता चौ. रहीम खान का भी राजनैतिक दखल था और वे भी यहां से विधायक व सांसद बने। जाहिर है इनेलो की कोख से निकली जेजेपी को इसका राजनैतिक तौर पर बड़ा फायदा मिलेगा।
उधर आज यहां अनाजमंडी में आयोजित रैली में मोहम्मद इलियास लोगों पर अपनी जमीनी पकड़ साबित करने में कामयाब रहे। हजारों लोगों का इस रैली में पहुंचना यह साबित करता है कि लोग पार्टी चाहे जो भी हो लोग मोहम्मद इलियास को अपना नेता मानते हैं। आज की रैली को लेकर लोगों में जोश का आलम यह था कि पुन्हाना रोड़ पर 12 बजे ही दस किलोमीटर से लंबा जाम लगया और रैली में आने वालों को भी खासी मशक्कत करनी पड़ी। युवा हो या बुजूर्ग हर कोई इस रैली में सांसद दुष्यंत चौटाला को सुनने के लिए पहुंचा था। भीड़ के लिहाज से भी आज की रैली काफी सफल रही है सांसद दुष्यंत के समक्ष मोहम्मद अपनी ताकत दिखाने में कामयाब रहे।राजनैतिक विषलेषक मान रहे हैं कि यहां वीरवार को इकंलाब रैली ने राजनैतिक समीकरण बदल दिए हैं। जेजेपी की स्थापना को मात्र कुछ ही माह बीते हैं और जींद उपचुनाव में दूसरे नंबर पर रही थी।