अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने एक व्यापारी से दो करोड़ रूपए की रंगदारी मांगने व ना देने पर जान से मारने की धमकी देने के एक सनसनी खेज मामले में अरेस्ट किया हैं। ये दोनों आरोपित अपने आप को तिहाड़ जेल में बंद कुख्यात गैंगेस्टर शक्ति बता कर शिकायत कर्ता से दो करोड़ रूपए की रंगदारी की मांग की थी। जबकि दोनों आरोपित उसी व्यापारी के यहां काम करने वाला स्टाफ निकला। इन दोनों आरोपितों को क्राइम ब्रांच थाने में दर्ज मुकदमा नंबर -34 / 2021, भारतीय दंड सहिंता की धारा 387 व 506 आईपीसी के तहत दर्ज मुकदमे में अरेस्ट किया हैं। अरेस्ट किए गए आरोपित के नाम दीपक सहरावत व सतीश कुमार हैं।
पुलिस के मुताबिक पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि आरोपित दीपक और सतीश शिकायतकर्ता कारोबारी परिसर के पास जनकपुरी स्थित केमिस्ट शॉप में एक ही तरह की नौकरी करते थे।कुछ महीने पहले से आरोपित व्यक्ति कुछ जल्दी पैसे कमाना चाहते थे और दोनों आरोपितों ने शिकायतकर्ता से पैसे ऐंठने के लिए यह साजिश रची क्योंकि वे उसे आसान शिकार मानते थे।उन्होंने आगे खुलासा किया कि वे दोनों एक केमिस्ट शॉप पर काम कर रहे थे.लेकिन उन्हें अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए ज्यादा पैसों की जरूरत थी।इसलिए उन्होंने आपराधिक साजिश रची और मांग करने के लिए दो सिम कार्ड और दो मोबाइल फोन की व्यवस्था की।
शिकायतकर्ता से भारी मात्रा में पैसा, आरोपित सतीश कुमार ने अपने पैतृक स्थान यानी 2014 से दो सिम की व्यवस्था की। आरोपित दीपक सहरावत के दो मोबाइल फोन पर शिकायतकर्ता ने उसे धमकी दी और प्रोटेक्शन मनी के रूप में दो करोड़ रुपए की मांग की।उसने तिहाड़ जेल के आसपास से शिकायतकर्ता को बुलाया और खुद की पहचान तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर शक्ति के रूप में की।उनके कहने पर सिम के साथ दोनों मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।उन्होंने किसी परेशानी से बचने के लिए जबरन वसूली कॉल करने के मकसद से अपने निजी मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल नहीं किया और पेशेवर तरीके से अपनी योजना को अंजाम देने की कोशिश की।उसने खुद तिहाड़ जेल से गैंगस्टर शक्ति होने का दावा किया था।
आरोपित व्यक्तियों का प्रोफाइल:- आरोपित दीपक सहरावत, निवासी सेकंड-3, डीआइजेड एरिया, गोल मार्केट, दिल्ली, उम्र 27 साल वर्ष , का जन्म वर्ष 1993 में हुआ था, सरकारी क्यूटीआरएस, लेडी हार्डिंग अस्पताल, उनके पिता लेडी हार्डिंग अस्पताल में कर्मचारी थे।2005 में उनके पिता का एक सड़क हादसे में निधन हो चुका है।उन्होंने गुरुग्राम से फार्मेसी में डिप्लोमा किया और मेडिकल शॉप पर काम करने लगे।वह शिकायतकर्ता के परिसर के पास जनकपुरी में एक मेडिकल स्टोर पर काम करता है।वह गोलू गैंग के एक सदस्य से प्रेरित है, जिसका नाम है शैंकी जो इसी इलाके में रहता है ।
आरोपित सतीश कुमार और रोहतास नगर, महावीर एंक्लेव, उत्तम नगर, दिल्ली उम्र 19 वर्ष।पी.के.- जिला-इलाहाबाद, यूपी का जन्म वर्ष 2002 में उनके पैतृक गांव में हुआ था। वह अविवाहित है। उन्होंने अपने गांव से 12वीं क्लास तक पढ़ाई की।लॉकडाउन के बाद वह दिल्ली आ गया और अपने भाई के साथ ऊपर के पते पर रह रहा है।वह एक मेडिकल स्टोर पर काम करने लगा।
रिकवरी:- 1.अपराध आयोग में इस्तेमाल किए गए चार मोबाइल फोन और सिम कार्ड 2. एक हुंडई आई-20 कार No.DL10CN 2783 अपराध आयोग में इस्तेमाल किया। दोनों आरोपित पुलिस रिमांड पर हैं। मामले की आगे की जांच चल रही है।