अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: ओल्ड फरीदाबाद में ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम कार्यालय के सामने आज प्रात तक़रीबन 8 बजे एक स्कूटी सवार एक लड़के की एक पुलिस कर्मी ने डंडों से जमकर पिटाई कर दी। उसे इतना ज्यादा मारा की निचे सड़क पर गिर गया और उसे अपने पैरों पर खड़ा नहीं हुआ जा रहा था। बच्चे के पीटते और तड़पते हुए हालत को देखते हुए वहां लोग इकठ्ठे गए। पुलिस की बेहरमी का विरोध करने लगे, तक़रीबन एक घंटे तक सड़क पर रोता हुआ पड़ा रहा। इसके बाद ओल्ड फरीदाबाद थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और फिर उसे एक निजी गाडी में डाल कर निजी अस्पताल में ले जाया गया। क्या लॉक डाउन का यही मतलब हैं।
पीड़ित बच्चे की माने तो वह आज सुबह तक़रीबन 8 बजे अपने स्कूटी पर दूध लेने जा रहा था जैसे ही वह ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम कार्यालय के सामने पहुंचा तो एक पुलिस कर्मी ने उसे रोक कर बेहरमी से पीटना शुरू कर दिया। उसे इतना ज्यादा मारा की वह निचे सड़क पर गिर गया। पीड़ित का कहना था कि मेरी एक टांग टूट गई। इस दौरान नगर निगम के सफाई कर्मचारी और अन्य स्टाफ मौजूद थे जिन्होनें इस घटना को अपने आंखों से देखा हैं। वहां पहुंच गए जिसे देख कर आरोपी पुलिस कर्मी भाग गया। पीड़ित बच्चे की उम्र कुल 13 साल हैं। वहीँ पुलिस का कहना हैं कि उस बच्चे को नजदीक के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं में उसका इस वक़्त इलाज चल रहा हैं और एक टांग टूट गई हैं। सवाल के जवाब में उनका कहना हैं कि आरोपी पुलिस कर्मी से हुई बात के अनुसार वह स्कूटी से नीचे गिर गया है। वैसे भी इस केस अभी जांच रही हैं। चश्मदीद की माने तो एक सरदार पुलिस कर्मी था जो इस बच्चे को लाठी और डंडों से बेहरमी से पिटाई की हैं। पुलिस के रवैये से लगता हैं कि इस पूरे मामले को ठंडा करके रफा दफा करने की हैं।