अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के नाम पर की गई धोखाधड़ी के खिलाफ किसानों ने धरना दिया। पीडित किसान जल्द ही कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगें। आंदोलनकारी किसानों ने मिलकर उपरोक्त फसल बीमा योजना का बहिष्कार किया। जिले में तकरीबन 4 हजार पीडित किसान हैं जिनकी धान की फसल खराब हुई, बीमा कंंपनी रिलायंस ने सर्वे कर चुंनिदा किसानों को ही मुआवजा दिया बाकि हजारों की संख्या में ऐसें पीडित किसान हैं जिनका सर्वे भी हुआ, लेकिन मुआवजा नही मिला। फसल बीमा योजना के इस गोरखधंधे में सरकारी कर्मचारी और रिलायंस कंपनी की मिली भगत के खिलाफ पीडित किसान अब गांव गांव में जाकर अन्य किसानों को भी अपने साथ मिलाकर आंदोलन चलाएंगें।
गांव ददसिया में एकत्रित होकर पीडित किसानों ने आंशिक रूप से एक दिन का धरना दिया, इसके बाद सभी पीडित कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगें। प्रगतिशील किसान धर्मपाल त्यागी ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के नाम पर किसानों के साथ धोखा है, सरेआम लूट है, सरकारी कर्मचारी और रिलायंस कंपनी की मिली भगत के चलते किसान स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहा है। धान की फसल खराब हुई थी, जिसका रिलांयस कंपनी ने स्वयं मौके पर आकर सर्वे किया लेकिन चंद चहेते किसानों को मुआवजा देकर बाकि के पीडित किसानों को ऐसे ही छोड दिया गया पीडित किसान रिलांयस कंपनी के प्रतिनिधियों से फोन करते हैं लेकिन कोई किसानों का फोन नही उठाते, मुआवजे को लेकर पीडित किसान मंत्रियों, विधायकों, कृषि विभाग के चक्कर लगा लगा कर थक चुका है। कोई सुनने वाला नही है। सभी पीडित किसानों ने एकमत से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का बहिष्कार कर दिया है।
गांव ददसिया में आंशिक धरने पर बैठे किसानों में प्रगतिशील किसान धर्मपाल त्यागी, सुरेंद्र त्यागी, कृष्ण त्यागी, नीरज त्यागी,विजय पाल त्यागी चेयरमैन, महेश नंबरदार, सुखबीर, तुलसीराम, सोमदत्त, दुर्गाप्रसाद, पवन कुमार, सुशील कुमार, मनोज कुमार, अरूण त्यागी, मामचंद त्यागी, नीटू त्यागी, ईश्वरचंद, विकास शर्मा, नरेंद्र महाशय, शेखर, प्रमोद गोयल, जितेंद्र त्यागी सहित सैंकड़ों किसान मौजूद थे।