संवाददाता, नई दिल्लीः नोटबंदी के 100 दिन पूरे हो गए हैं। इसके बाद भी रिजर्व बैंक को यह मालूम नहीं चल पाया है कि कितने पुराने नोट वापस आए हैं। वहीं ब्लैकमनी पर सरकार अभी तक बेखबर है। नोटबंदी का एेलान करते समय पीएम मोदी ने यह कहा था कि ब्लैकमनी पर यह अबतक का सबसे कड़ा प्रहार है और इससे टेरर फंडिंग को तगड़ा झटका लगेगा। नोटबंदी से यह माना जा रहा था कि सिस्टम से करीब 3 लाख करोड़ रुपए की ब्लैकमनी बाहर हो जाएगी। लेकिन, नोटबंदी के चलते ब्लैकमनी खत्म करने में सरकार को बहुत अधिक सफलता मिलती नहीं दिखाई दे रही है।
31 मार्च के बाद साफ होगी तस्वीर
आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल ने 8 फरवरी को मॉनिटरी पॉलिसी पेश करने के दौरान यह बात मानी थी कि पुराने नोटों का आंकड़ा बताना मुमकिन नहीं है, क्योंकि 31 मार्च तक आरबीआई में पुराने नोट जमा होंगे। इसके बाद ही सही आंकड़े पता चल पाएंगे। अभी पुराने नोटों की गिनती चल रही है। आरबीआई के पास अभी तक कोई आंकड़ा नहीं है कि नोटबंदी के बाद कितनी पुराने करंसी सिस्टम में वापस आई है।
65% करंसी वापस सिस्टम में
नोटबंदी के बाद रातों रात करीब 15 लाख करोड़ रुपए की करंसी सिस्टम से बाहर हो गई थी। आरबीआई के अनुसार, 27 जनवरी तक 9.92 लाख करोड़ रुपए के नोट सिस्टम में आ गए। इस तरह, सिस्टम में करीब 65 फीसदी करंसी वापस आ गई है।
ब्लैकमनी पर कोई हिसाब नहीं
पीएम मोदी ने नोटबंदी को ब्लैकमनी के खिलाफ सख्त कदम बताया था। इससे अनुमान था कि 3 लाख करोड़ रुपए की करंसी सिस्टम से बाहर हो जाएगी। लेकिन अभी तक नोटबंदी से कितनी ब्लैकमनी सिस्टम से बाहर हुई इसका कोई हिसाब नहीं है।