अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के संचार एवं मीडिया तकनीकी विभाग द्वारा सराहनीय पहल का शंखनाद किया गया है। जिसके अंतर्गत ‘नारी शक्ति को सलाम’ श्रृंखला 3 मार्च से 8 मार्च तक मीडिया विभाग महिला दिवस सप्ताह मना रहा है। जिसमें अपने-अपने क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाली महिलाओं से परिचय कराया जाएगा। समाजसेवी, शिक्षाविद, कानूनविद, सेलिब्रिटी, उधमी, गृहिणी, कामकाजी एवं विशेष श्रेणी की लोकप्रिय महिलाओं के विचारों से सभी को अवगत करा कर उनसे प्रेरणा लेकर भविष्य की कार्ययोजना तैयार करने की शुरुआत करना इस सीरीज का मुख्य उद्देश्य है।
विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने कहा कि संचार एवं मीडिया तकनीकी विभाग द्वारा’नारी शक्ति को सलाम’ सीरीज की शुरुआत सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा कि शक्ति स्वरूपा नारी सम्मान में ‘महिला दिवस’ एक दिन शेष नहीं बल्कि वर्ष के सभी दिन विशेष होते हैं। महिला समाज का आधार है, सृष्टि सृजन कर्ता है। उनके बिना समाज का कोई अस्तित्व नहीं। महिलाओं की भागीदारी सर्वोपरि एवं उल्लेखनीय है। संचार एवं मीडिया तकनीकी विभागाध्यक्ष डॉ. पवन सिंह ने बताया कि इस विशेष सीरीज में लोकप्रिय महिला शक्ति के विचार, उनकी संघर्षपूर्ण जीवन गाथा, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने वाले प्रेरक प्रसंग के माध्यम से समाज चेतना की दृष्टि से वर्तमान युवा पीढ़ी को एक अलग अनुभव की अनुभूति होगी। इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों के ओजस्वी विचारों से भी उनके संकल्प को समाज के सम्मुख रखने का अवसर मिलेगा।’नारी शक्ति को सलाम’ श्रृंखला की संयोजक प्रॉडक्शन सहायक अंजू सिंह ने बताया कि इस बार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य पर जे.सी.बोस विश्वविद्यालय वाईएमसीए के संचार एवं मीडिया तकनीकी विभाग द्वारा एक विशेष पहल का शंखनाद हुआ है। जिसमें समाज के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत सफल महिलाओं के साक्षात्कार, वीडियो के माध्यम से उनके प्रेरक विचार सुनने को मिलेंगे। इसी कड़ी में वे ऑफ़ लाइफ एनजीओ संचालिका एवं चार्टेड अकाउंटेंट प्रियंका गर्ग, युवा लीडर भक्ति शर्मा, इंटरनेशनल मॉडल एवं महिला-बाल विशेषज्ञ डॉ. महिमा बक्शी, पूर्व कुलसचिव मेहा शर्मा, रेडियो महारानी संचालिका सपना सूरी, शिक्षाविद एवं समाजसेविका डॉ. सविता भगत, समाजसेवी जयमाला तोमर जैसी प्रतिष्ठित महिलाओं के ओजस्वी एवं प्रेरक विचार सुनने को मिलेंगे।
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