अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी ने कहा-भाइयों और बहनों नमस्कार,आज देश के करोड़ों लोग दुख और गुस्से में हैं। हाथरस की मासूम लड़की के साथ जो हैवानियत की गई वो हमारे समाज पर एक कलंक है। मैं पूछना चाहती हूँ- क्या लड़की होना गुनाह है ? क्या गरीब की लड़की होना अपराध है ?उत्तर प्रदेश सरकार क्या कर रही थी? हफ़्तों तक पीड़ित परिवार की न्याय की पुकार को सुना नहीं गया। पूरे मामले को दबाने की कोशिश की गई। समय पर बच्ची को सही इलाज नहीं दिया गया। आज एक बेटी हमारे बीच से चली गई।
मैं कहना चाहती हूँ – हाथरस की निर्भया की मृत्यु नहीं हुई है, उसे मारा गया है – एक निष्ठुर सरकार द्वारा, उसके प्रशासन द्वारा, उत्तर प्रदेश की सरकार की उपेक्षा द्वारा। जब वह ज़िंदा थी उसकी सुनवाई नहीं हुई। उसकी रक्षा नहीं हुई। मृत्यु के बाद उसे अपनी घर की मिट्ठी और हल्दी भी नसीब नहीं होने दी। उसे उसके परिवार को सौंपा नहीं गया।
एक रोती बिलखती माँ को अपनी बेटी को आखिरी बार विदा भी नहीं करने दिया गया? ये घोर पाप है। जोर ज़बरदस्ती करके लड़की की लाश जला दी गई.मरने के बाद भी इंसान की एक गरिमा होती है। हमारे हिन्दू धर्म उसके बारे में भी कहता है। मगर उस बच्ची को अनाथों की तरह पुलिस की ताक़त के जोर से जला दिया गया। ये कैसा न्याय? ये कैसी सरकार है? आपको लगता है आप कुछ भी कर लेंगे और देश देखता रहेगा। बिलकुल नहीं, देश बोलेगा आपके अन्याय के खिलाफ। मैं कांग्रेस पार्टी की तरफ से हाथरस के पीड़ित परिवार की न्याय की माँग के साथ खड़ी हूँ। भारत सबका देश है। यहाँ सबको इज्जत की ज़िंदगी जीने का अधिकार है। संविधान ने हमें ये अधिकार दिया है। हम भाजपा को संविधान और देश को नहीं तोड़ने देंगे।
जय हिंद।