सवांददाता, न्यूयॉर्क: अमरीकी अपील कोर्ट ने राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की उस कोशिश को झटका दिया है, जिसमें वह ट्रैवल बैन को फिर से बहाल करने का प्रयास कर रहे थे. अब ट्रंप इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का रुख कर सकते हैं.ट्रंप ने सात मुस्लिम बहुल देशों के नागरिकों और शरणार्थियों के आने पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन इस पर अमरीका की निचली अदालत ने रोक लगा दी थी. अदालत की इस रोक हटाने के लिए ट्रंप प्रशासन ने अपील कोर्ट में चुनौती दी थी, लेकिन उन्हें यहां से भी झटका लगा है.ट्रंप के लिए यह बड़ा झटका है. कोर्ट ने साफ़ कहा कि यह फ़ैसला अमरीकी संवैधानिक और लोकतांत्रित मूल्यों के ख़िलाफ़ है.इस फ़ैसले के बाद ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि देश की सुरक्षा दांव पर है और वह इसे कोर्ट में देखेंगे. नौवें अमरीकी सर्किट कोर्ट ने कहा कि वह निचली अदालत के फ़ैसले पर रोक नहीं लगाएगा.
सुप्रीम कोर्ट जाएंगे ट्रंप?
ट्रंप अगर सुप्रीम कोर्ट जाते हैं, जिसके पूरे आसार हैं तो वहां भी फ़िलहाल आठ जजों की बेंच है. इनमें चार रिपब्लिकन रूझान वाले हैं और चार लिबरल रूझान वाले. अगर वहां फ़ैसला चार-चार का होता है तो फिर आज का यह फ़ैसला बरक़रार रहेगा.यहां के क़ानूनी जानकर कह रहे हैं कि ट्रंप अगर वीज़ा क़ानूनों में सख़्ती चाहते हैं तो उनके लिए सबसे बेहतर रास्ता होगा कि इस पूरी प्रक्रिया को फिर से शुरू करें और कांग्रेस की सहमति के साथ एक बिल लाएं, जिसे संवैधानकि तौर पर चुनौती नहीं दी जा सके. लेकिन काफ़ी हद तक एक घूंसे के जवाब में फ़ौरन चार घूंसे लगाने की नीति में यक़ीन रखनेवाले डोनल्ड ट्रंप के लिए ये एक मुश्किल फ़ैसला होगा. उनकी कोशिश तो यही होगी कि कुछ ऐसा हो जिसे वो फ़ौरन अपनी जीत के तौर पर पेश कर सकें.