अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
सूरजकुंड (फरीदाबाद): कृपया ध्यान दीजिए। सभी अभिभावक अपने छोटे बच्चों की जेब में उनकी डिटेल या आई कार्ड जरूर रखें ताकि उनके बिछड़ने की सूरत में हम उन्हें आसानी से उनके परिवारजनों के साथ मिला सके। सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला में अनाउंसमेंट बूथ तथा खोया-पाया काउंटर पर एडवोकेट रुचि गुप्ता की यह मधुर आवाज मेले में आए मेहमानों को न केवल एडवाइजरी जारी कर रही हैं बल्कि अब तक उन्होंने एक दर्जन से अधिक बिछड़े हुए परिजनों को मिलाने का काम भी किया है।
मेला प्रबंधन की ओर से गेट नंबर 1 और 4 के बीच में स्थित अनाउंसमेंट बूथ तथा खोया-पाया काउंटर मेला व्यवस्था बनाए रखने में अहम भूमिका निभा रहा है। इस कंट्रोल रूम से न केवल मेला परिसर में बल्कि मेला परिसर के आसपास के क्षेत्र में भी लाउडस्पीकर के जरिए लोगों को लगातार सूचना दी जा रही है। फ्रीलांसर के तौर पर काम कर रही एडवोकेट रुचि गुप्ता ने बताया कि ऐसे आयोजनों में सुरक्षा और सहयोग के लिए सूचना का बहुत बड़ा रोल होता है। कंट्रोल रूम से जारी हर सूचना को कोने-कोने तक पहुंचाने के लिए मेला प्रबंधन ने बेहतर ढांचागत सुविधाएं मुहैया करवाई हैं।उन्होंने बताया कि हर रोज यहां आने वाले मेहमानों के खोए हुए सामान को सुरक्षित तरीके से उसके मालिक तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। यहां रजिस्टर में हर कार्य की एंट्री की जाती है। सामान जमा कराने वाले तथा उसके मालिक की पूरी डिटेल नोट की जाती है। अब तक इस मेले में कई बिछड़े हुए परिवारों को मिलवा चुकी हैं। रुचि गुप्ता ने बताया कि वे लगातार सुबह 10 से शाम 8 बजे तक लगातार लोगों को सतर्क कर रही हैं। जब किसी बिछड़े हुए परिवार के उसके परिजनों को मिलाया जाता है तो उन्हें बहुत अधिक आत्म संतुष्टि होती है। हमारा प्रयास रहता है कि मेले में आने वाले नागरिकों को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो। उन्होंने बताया कि इस अनाउंसमेंट बूथ से न केवल नागरिकों को बार-बार सतर्क किया जा रहा है बल्कि नागरिकों से मेले के बारे में सुझाव भी मांगे जा रहे हैं। मेला प्रबंधन का प्रयास है कि नागरिकों की सुरक्षा से लेकर उनके स्वास्थ्य तक में हमारे मेहमानों को किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो।
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