मनीलांड्रिंग केस के आरोपों का सामना कर रहें नवाज शरीफ जब गुरूवार यानि 15 जून को संयुक्त जांच दल (जेआईटी) के सामने पूछताछ के लिए पेश होंगे तो वह पाकिस्तान के इतिहास में ऐसे पहले प्रधानमंत्री होंगे। पनामा पेपर लीक केस में बुरी तरह फंसे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के खिलाफ जैसे-जैसे जांच की अंतिम तारीख नज़दीक आती जा रही है नवाज शरीफ की आशंका और प्रबल होने लगी है। इसके साथ ही, इस बात के कयास जोर पकड़ने लगे हैं कि अब शरीफ का क्या होगा? सत्तारूढ़ पार्टी पीएमएल-एन को लगता है कि पाकिस्तान का सुप्रीम कोर्ट वहां की सेना के साथ मिलकर नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री के पद से हटाने की साजिश रच रहा है।
नवाज को सत्ता से बाहर करने की साजिश- ऊर्जा मंत्री
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के खिलाफ साजिश रचने का यह आरोप कोई नया नहीं है। ये बात नवाज के साथ ही उनके कई मंत्री कह चुके हैं। लेकिन, इस बार पाकिस्तानी पीएम के रिश्तेदार और ऊर्जा राज्यमंत्री आबिद शेर अली ने आरोप लगाते हुए कहै कि कुछ लोग शरीफ को सत्ता से बाहर करने की साजिश रच रहे हैं। शेर अली कहा कि हमें शरीफ के बगैर कोई राजनीतिक व्यवस्था स्वीकार्य नहीं है। अगर ऐसा हुआ तो लाखों लोग सड़क पर उतरकर विरोध जताएंगे। शेर अली ने सुप्रीम कोर्ट पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग माइनस शरीफ फामरूले पर काम कर रहे हैं, लेकिन उनकी मंशा को क़ामयाब नहीं होने दिया जाएगा।