नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया गया। अरुण जेटली, सुषमा स्वराज,जॉर्ज फर्नांडिस और छन्नूलाल मिश्रा सहित सात हस्तियों को पद्म विभूषण व 16 हस्तियों को पद्म भूषण अवार्ड दिया गया। इसके अलावा इस बार विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय काम करने वाले 118 हस्तियों को पद्म श्री सम्मान देने की घोषणा की गई। इनमें लंगर बाबा के नाम से प्रसिद्ध जगदीश लाल अहूजा, 21 हजार लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करने वाले मोहम्मद शरीफ,कश्मीर में दिव्यांग बच्चों के लिए काम करने वाले जावेद अहमद टाक,जंगलों की एनसाइक्लोपिया के रूप में जाने जानी वाली तुलसी गौडा सहित 118 लोग शामिल हैं।
इन लोगों को मिला अवार्ड: जगदीश लाल आहूजा, मोहम्मद शरीफ, जावेद अहमद टाक,तुलसी गोडा, सत्य नारायण मुंदयूर, अब्दुल जब्बार, उषा चौमार, पोपटराव पवार, हरेकाला हजब्बा, अरुणोदय मंडल, राधामोहन और साबरमती, कुशल कोनवार शर्मा, त्रिनिती सावो, रविकन्नन, एस रामकृष्णन, सुंदरम वर्मा, मुन्ना मास्टर, योगी आर्यन, राहीबाई सोमा पोपेरा, हिम्मत राम भांभू, मोझ्झिकल पंकजाक्षी। 1984 भोपाल गैस पीड़ितों की लड़ाई लड़ने वाले एक्टिविस्ट अब्दुल जब्बार को मरणोपरांत पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा। अब्दुल जब्बार का बीते साल, 14 नवंबर 2019 को इंतकाल हो गया था।
लंगर बाबा को मिला पद्म श्री अवार्ड
जगदीश आहूजा को लंगर के लिए जाना जाता है। लोग इन्हें प्यार से लंगर बाबा के नाम से भी बुलाते हैं। वह रोजाना पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंडीगढ़ में गरीब मरीजों और उनके तीमारदारों को फ्री में भोजन मुहैया कराते हैं। साथ ही मरीजों को आर्थिक सहायता से लेकर कंबल और कपड़े तक अन्य सहायता मुहैया कराते हैं। उन्होंने 1980 के दशक में मुफ्त भोजन परोसना शुरू कर दिया था। वह 2000 में PGIMER चल आए थे और वहीं 15 सालों तक रोजाना 2,000 से अधिक लोगों की सेवा कर रहे हैं।