अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास करने के लिए 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जेवर आ रहे हैं। एयरपोर्ट का शिलान्यास के बाद जनसभा को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने के लिए आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जेवर पहुंचे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा 2024 में शुरू हो जाएगा। यह यूपी का पांचवां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा।
योगी आदित्यनाथ ने जेवर आकर सबसे पहले सभी अधिकारियों के साथ मीटिंग की और फिर तैयारियों व सुरक्षा का ब्यौरा लिया और आदेश दिया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में किसी भी तरह कोई सुरक्षा में कमी न रहे और न ही कोई कोताही बरती जाए। इससे पहले मुख्यमंत्री को पूरी तैयारियों का एक अंतिम ड्राफ्ट दिखाया गया। उन्हें प्रधानमंत्री के मंच के अलावा अन्य मंच, आम जनता के बैठने के स्थान, प्रधानमंत्री को उतरने के लिए हेलीपैड,आम लोगों के आने जाने के रास्ते, प्रदूषण से बचाव और आपातकालीन स्थिति के प्लान की जानकारी दी गई। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम को लेकर कई जरूरी दिशा निर्देश दिए। मीटिंग के बाद सीएम ने मीडिया को संबिधित कहा 34,000 करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश से विकसित होने वाला हवाई अड्डा एक लाख से अधिक लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेगा। योगी आदित्यनाथ ने बताया कि जेवर एयरपोर्ट को रेल और रोड कनेक्टिविटी का हब बनने जा रहा है, एयरपोर्ट डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, गंगा एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरीफेरल, यमुना एक्सप्रेसवे, दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से डायरेक्ट या इनडायरेक्ट तौर पर जोड़ा जाएगा, कनेक्टिविटी के कारण जेवर एयरपोर्ट के आसपास आर्थिक गतिविधियां बढ़ रही है। आने वाले समय में जेवर एयरपोर्ट के आसपास के क्षेत्र में बनने वाले उद्योगों से लाखों लोगों के रोजगार के साधन खुलेंगे। योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे का जाल बिछाया जा रहा है ताकि हम पूर्व यूपी को पश्चिमी यूपी से जोड़ सके। चाहे वह रॉड कनेक्टविटी हो या एयर कनेक्टविटी सभी तरह सुदृढ करने जा रहे है। कहते थे विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि वो कहते है ये काम करने की हम सोच रहे थे लेकिन हम उन्हें दिखाएंगे कि विकास के किसी काम को अंतिम रूप कैसे दिया जाता है। एयरपोर्ट आने के बाद जेवर सहित आसपास इलाकों में निवेश बढ़ा है, देशी और विदेशी कंपनियों जेवर एयरपोर्ट के आसपास निवेश कर रही है, यही कारण है की एयरपोर्ट के पास तीन और नए शहर बनाने की की तैयारी शुरू की गई है।