अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: वन विभाग हरियाणा के सौजन्य से शुक्रवार को हरियाली महोत्सव मनाने के लिए कें्रदीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की नगर वन योजना के तहत हरियाणा के तीन जिलो, गुरुग्राम, फरीदाबाद तथा पलवल में नगर वन बनाने के कार्य का शुभारंभ पौधारोपण करके किया गया। इस कड़ी में गुरूग्राम जिला में गांव घाटा में लगभग 60 हेक्टेयर भूमि पर नगर वन बनाने के कार्य की शुरूआत की गई। हरियाणा के प्रधान मुख्य वन संरक्षक जगदीश चंद्र गुरूग्राम जिला के गांव घाटा में बनाए जा रहे नगर वन स्थल पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020-22 के इस हरियाली महोत्सव का आयोजन आजादी के अमृत महोत्सव की भावना के साथ किया गया जिसमें देशभर में 75 नगर वन स्थापना के कार्य का शुभारंभ पौधारोपण के साथ किया गया है।
इन 75 नगर वन में हरियाणा प्रदेश के तीन नगर वन भी शामिल हैं। राष्ट्रीय स्तर का हरियाली महोत्सव का कार्यक्रम तालकटोरा स्टेडियम नई दिल्ली में आयोजित किया गया था और सभी 75 नगर वन स्थलों पर आयोजित हरियाली महोत्सव एवं पौधारोपण कार्यक्रम का लाईव प्रसारण केंद्रीय आयोजन स्थल पर किया गया। इस मौके पर हरियाणा राज्य में भी तीन नगर वनों के साथ-साथ अन्य जिलों में भी 75 स्थलों पर हरियाली महोत्सव के आयोजन के रूप में पौधारोपण किया गया जिसमें स्थानीय निवासियों, गणमान्य व्यक्तियों तथा विद्यार्थियों ने बढ-चढकर भाग लिया। चंद्र ने बताया कि हरियाली महोत्सव के तहत गुरुग्राम जिला में घाटा नगर वन स्थल पर पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें प्रधान मुख्य वन संरक्षक जगदीश चंद्र ने शिरकत की। इस दौरान घाटा नगर वन स्थल पर आयोजित हरियाली महोत्सव में लोगों द्वारा बढ़-चढ़कर पौधारोपण किया गया जिसमें स्वयंसेवी संस्थाओं तथा स्कूली छात्रों द्वारा बढ़ चढ़कर भाग लिया गया।
इस योजना के तहत गुरुग्राम जिले में नगर वन की स्थापना घाटा के लगभग 60 हेक्टेयर क्षेत्रफल में की जानी है। हरियाली महोत्सव के दौरान घाटा नगर वन के अलावा गुरुग्राम वन मंडल में चार अन्य स्थानों नामतः गांव सरमथला, दमदमा ,रिठौज तथा महचाना में भी पौधारोपण किया गया। इस दौरान स्कूली बच्चों को फलदार पौधे भी वितरित किए गए।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने कहा कि ‘हरियाली महोत्सव’ का आयोजन वर्तमान पीढ़ी में वृक्षों के महत्व को समझाने के साथ साथ आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को सुरक्षित करने तथा पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता पैदा करने के लिए किया जा रहा है। वृक्ष हमारे पर्यावरण के सबसे महत्वपूर्ण अंग होते हैं। इस ग्रह पर पाए जाने वाले सभी पदार्थों में से वृक्ष पर्यावरण के संतुलन को बनाए रखने में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।पृथ्वी पर पाए जाने वाले सभी सजीवों की पौधों पर निर्भरता रहती है । चूंकि हमारा जीवन ऑक्सीजन तथा कार्बन डाईआक्साइड के विनिमय पर निर्भर करता है , इसलिए वृक्ष अत्यन्त आवश्यक हैं। इस महोत्सव के आयोजन का मुख्य उद्देश्य देश के समस्त नागरिकों के बीच पौधारोपण कार्यों के प्रति उत्साह पैदा करना है । यह हरियाली महोत्सव कार्यक्रम पर्यावरण, वन एव जलवायु परिवर्तन मंत्रालय , भारत सरकार की पहल पर पूरे देश में पारिस्थिति का संतुलन बनाए रखने हेतु वनों एवं हरियाली के विस्तार के महत्व सम्बन्धी जागरूकता फैलाने के लिए किया जा रहा है। हरियाली महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन आजादी के अमृत महोत्सव के तहत किया गया जिसने पूरे देश भर में 75 नगर वन स्थापना के कार्य का शुभारंभ पौधारोपण के साथ किया गया। गांव घाटा में आयोजित कार्यक्रम में सुशांत विश्वविद्यालय के कुलपति डा. राकेश रंजन, प्रति कुलपति डा. सचिव कुमार शर्मा, नगर निगम पार्षद महेश दायमा उपस्थित रहे। इनके अलावा, वन विभाग के वरिष्ट अधिकारी जिनमें अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुरेश दलाल व कैलाश चंद्र मीणा, मुख्य वन संरक्षक दक्षिणी परिमण्डल गुरूग्राम वाश्वी त्यागी, जीएमडीए के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुभाष यादव, उप वन संरक्षक गुरूग्राम राजीव तेजयान के साथ वन विभाग का अमला और कई गणमान्य व्यक्ति, स्वयंसेवी संस्थाओं तथा विद्यार्थियों ने भागीदारी की।
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