विनीत पंसारी की रिपोर्ट
महेन्द्रगढ़ : शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि भारत देश के सैनिकों के अदम्य साहस के चलते हमेशा से ही पूरा राष्ट्र अपने आप को सुरिक्षत महसूस करता आया है। देश पर जब जब कोई संकट आया है तब तब हमारे सैनिकों ने अपने प्राणों की कुबानी देकर राष्ट्र की अस्मिता की रक्षा की है। हम सदैव अपने सैनिकों के ऋणि रहेंगे। उक्त विचार प्रोफेसर शर्मा ने सोमवार को अनाज मंड़ी महेन्द्रगढ़ से तीरंगा यात्रा के शुभारंभ अवसर पर व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि हमारा क्षेत्र तो वैसे ही अपने रणकुंबारों की शहादत को अधिक से अधिक सम्मान देने के लिए जाना जाता है। यहीं कारण है कि इस इलाके के प्रत्येक क्षेत्र में किसी भी धर्म से संबंधित मंदिर मस्जिदों, गुरूद्धारों की तुलना में शहीदों की मूर्तियों व स्मारक स्थल की संख्या काफी अधिक है।
यह वाकई में गौरव की बात व युवाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है। प्रोफेसर रामविलास शर्मा ने कहा कि हरियाणा वीर व स्वतंत्रता सेनानियों की धरती है। हमारे रणबांकुरों ने आजादी की लड़ाई में देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी और आजाद भारत की नीव रखी। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भी हरियाणा के वीरों ने देश की सीमाओं की रक्षा के लिए अपने प्राणों को निछावर कर दिया। चाहे चीन के साथ लड़ाई रही हो या पाकिस्तान से हुआ युद्ध या फिर कारगिल युद्ध की बात हो, भारतीय फौजों में तैनात हरियाणा के सबसे ज्यादा जवान शहीद हुए। उन्होंने कहा कि आज भी भारतीय सेनाओं में छोटे से हरियाणा से 10 प्रतिशत से भी ज्यादा सैनिक है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक प्रदेशवासियों को अपने नौजवानों पर गर्व है। उन्होंने कहा कि देश की एकता और अखंडता के लिए निकाली जा रही तीरंगा यात्रा को लेकर देश के युवाओं मे उत्साह है।
तीरंगा यात्रा अनाज मंडी से शुरू होकर रेलवे रोड़, ब्रहम देव चौक, मसानी चौक, आजाद चौक, सब्जी मंडी, बस स्टैंड चौक होती हुई राव तुलाराम चौक पर समपन्न हुई। यात्रा भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पुनम महाजन के आहवान पर पुरे देश में 9 अगस्त से 14 अगस्त तक चलाई जा रही है। इस यात्रा की शुरूआत नई दिल्ली में हुई। यात्रा का उद्देश भारत जोड़ो अभियान है, जिसमें भारी संख्या में युवाओं, विद्यार्थियों और अनुकों सामाजिक संगठनों ने भाग लिया।