अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली; 1962 में चीन के साथ लड़ाई के समय पंडित जवाहरलाल नेहरू जी ने नॉर्थ ईस्ट को बाय-बाय कर दिया था. कांग्रेस भूल ही गई कि समग्र नॉर्थ-ईस्ट भी भारत का भू-भाग है. कांग्रेस के शासनकाल में पूर्वोत्तर में भारत को तोड़ने की प्रक्रिया चल रही थी और कांग्रेस मूकदर्शक बनी हुई थी. नॉर्थ-ईस्ट में भारत को तोड़ने की प्रक्रिया को कांग्रेस चुपचाप देखती रही.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत को तोड़ने की प्रक्रिया को बंद कर भारत को जोड़ने का काम किया है. जिन लोगों को भारत को जोड़ना है, उनके लिए देश के उत्तर-पूर्व में शांति और उत्तर-पूर्व का विकास एक उत्कृष्ट उदाहरण है कि किस तरह एक भी भाषण दिए बगैर पूर्वोत्तर के राज्यों में विकास की कहानी लिखी गई है.
जिस पूर्वोत्तर को भारत से तोड़ने का एक अभियान चलाया गया था, वहां शांति और विकास की स्थापना कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत जोड़ने का अभियान बना दिया है. यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक बहुत बड़ी उपलब्धि है. जब भी उत्तर-पूर्व का इतिहास लिखा जाएगा, तब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा का नाम स्वर्णाक्षरों से लिखने को इतिहासकार मजबूर हो जायेंगे.
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments