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फरीदाबाद: सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला:…जब खाकी वर्दी धारियों ने बिखेरे सांस्कृतिक रंग


अजीत सिन्हा की रिपोर्ट 
सूरजकुंड,(फरीदाबाद):36वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में शुक्रवार की सांस्कृतिक संध्या मुंबई में एक टीवी शो से चर्चा में आए हार मोनी ऑफ द पाइन हिमाचल पुलिस बैंड के नाम रही। इस सुरीली शाम में खाकी वर्दी धारियों ने फिल्मी और सूफी गायकी का ऐसा रंग जमाया कि बड़ी चौपाल में मौजूद हर शख्स मस्ती में झूमने लगा। कला एवं सांस्कृतिक विभाग के निदेशक महावीर कौशिक ने मुख्य अतिथि के तौर पर दीप प्रज्वलित कर सांस्कृतिक संध्या की शुभारंभ किया। कला एवं सांस्कृतिक विभाग के सौजन्य से बड़ी चौपाल पर आयोजित इस सांस्कृतिक संध्या का देश विदेश के मेहमानों ने भरपूर आनंद उठाया। सनद रहे कि कोविड के दौर में इनके गीत को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रिट्वीट किया तो लाखों लोगों ने कुछ ही घंटों में फालो किया था।

इंस्पेक्टर विजय कुमार ने सबसे पहले देशभक्ति से ओतप्रोत ‘बंदे मातरम व भारत हमको जान से भी प्यारा है से सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत की। उसके बाद बॉर्डर पर अपने  परिवार से  दूर रहकर सरहदों की रखवाली करने वाले हमारे देश के वीर सैनिकों को समर्पित संदेशे आते हैं गाकर सैनिक की बाट जोह रही प्रियतम की वेदना को दर्शाया। पूरे कार्यक्रम में कहीं मिट्टी की महक तो कहीं प्रेम व श्रृंगार रस की झलक देखने को मिली। सभी पुलिस कर्मियों ने शुरों की ऐसी सरिता बहाई कि हर कोई संस्कृति की रंगत में डूबने लगे। वहीं, शहीद भगत सिंह को समर्पित वीर रस से ओतप्रोत मेरा रंग दे बसंती चोला सुनाया तो दर्शकों में देशभक्ति का संचार देखते ही बनता था।

इस दौरान देशभक्ति की भावना, जज्बा व रोमांच देखने लायक था। 70 व 80 दशक के दरमियान मशहूर गानों में शामिल फिल्म छोटी सी बात का जानेमन-जानेमन तेरे दो नयन पेश किया तो उस दौर के दर्शक अपने अतीत में खो गए। उसके बाद युवाओं को समर्पित ओ मितवा के साथ-साथ पशुडी गाना प्रस्तुत किया तो पूरा पंडाल तालियों और सीटीयों की आवाज से गूंज उठा। इसके अलावा उन्होंने कजरारे कजरारे, कोई मिल गया, ओम शांति ओम और हवन करेंगे आदि कई गाने गाकर माहौल को मदमस्त कर दिया। हिंदी फिल्मों के प्रसिद्ध संगीतकार आरडी बर्मन के सन 1960 से 1990 तक के गुलदस्ते सुनाकर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। हिमाचल पुलिस बैंड की इस टीम में दीपिका ठाकुर, कृतिका तनवर, कार्तिक शर्मा, दीपा शर्मा, मुशकान, मंजीत, हितेश, आशीष, दलीप, कशीश,कमल, मनमोहन,  के अलावा दूसरे कलाकार भी शामिल थे।इस अवसर पर हरियाणा पर्यटन निगम के एमडी नीरज कुमार, कला एवं सांस्कृतिक अधिकारी सुमन डांगी, डा. दीपिका व रेणु हुड्डा के अलावा अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

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विभिन्न वाद्य यंत्रों की गजब जुगलबंदी देखने को मिली
बड़ी चौपाल पर आयोजित सांस्कृतिक संध्या में आज हिमाचल पुलिस के बैंड में विभिन्न वाद्य यंत्र की विभिन्नता में एकता के सुर भी सुनाई दिए। इस टीम में ड्रम, ढोलक, तबला, तुंबा, कांगो, टिमले, एक्टा पैड, कीबोर्ड, ढोल, गिटार, बास गिटार, सैक्सोफोन, फ्लूट तथा हैंडसोनिक वादकों ने गजब की जुगलबंदी की।
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1996 से हुई हिमाचल पुलिस बैंड की शुरुआत
हिमाचल पुलिस बैंड देश का पहला ऐसा सांस्कृतिक बैंड है जो वर्दी में पूरी दुनिया में कहीं भी अपनी परफॉर्मेंस दे सकता है। इस बैंड की शुरुआत 1996 में हुई थी। हिमाचल सरकार ने 2016 में इसकी विधिवत रूप से अनुमति दी थी। इसके बाद यह बैंड लगातार देश के विभिन्न हिस्सों में अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुति दे रहा है।

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ये हैं इस पुलिस बैंड की उपलब्धियां
अपनी शुरुआत से लेकर अब तक इस बैंड ने कई ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की है। यह बैंड लगातार सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अपना डंका बजा रहा है। अब विदेशों से भी इस बैंड को न्यौता मिलने लगा है। यह बैंड कलर्स पर हुनरबाज देश की शान के फाइनलिस्ट, भारत के चुनाव आयोग के ब्रांड एंबेसडर, हार्मनी ऑफ द पाइन्स भारतीय डाक टिकट, सोनी टीवीएस पर 20 फरवरी, 2023 को दादा साहेब फाल्के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव पुरस्कार के लिए नामित, एशिया बुक ऑफ रिकॉड्र्स और इंडिया बुक ऑफ रिकॉड्र्स होल्डर है तथा भारतीय इतिहास में नेशनल टीवी पर पहला फाइनलिस्ट खाकी बैंड है।
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बैंड का नाम हारमोनी ऑफ द पाइन क्यों रखा

इस पुलिस बैंड का नाम हारमोनी ऑफ द पाइन रखने का भी एक खास मकसद है। यह बहुत मजबूत और कीमती पेड़ होता है। हिमाचल में पाए जाने वाले इस पेड़ को वुड ऑफ द गॉड कहते हैं। अंग्रेजी में इसका नाम पाइन है तथा हिंदी में इसे देवधर कहते हैं। लोग इस पेड़ का संरक्षण व रक्षा करना अपनी शान समझते हैं। कहते हैं सतयुग में ऋषि-मुनि भगवान शिव की आराधना करने के लिए इसी पेड़ के नीचे तप करते थे। इस पर लगने वाले ड्राई फ्रूट तथा पत्तियां बहुत ही उपयोगी होते हैं। यह बहुत अधिक मात्रा में शुद्ध ऑक्सीजन देता है तथा इसका उपयोग विभिन्न प्रकार की औषधियां बनाने में किया जाता। इस पेड़ की इतनी सारी विशेषताओं को देखते हुए इस बैंड का नाम हारमोनी ऑफ द पाइन रखा है।

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