अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:ओल्ड फरीदाबाद के सेक्टर -19 स्थित रिटायर्ड कर्नल के बंद मकान में लूट की वारदात को अंजाम देने वाले तीनों आरोपितों के साथ सहायिका का मुकाबला हुआ और सहायिका आरती ने एक आरोपित को पकड़ लिया। इस संघर्ष के दौरान आरोपित ने उसके हाथ के कलाई पर दांत काट कर फरार हो गया। अब क्राइम ब्रांच -65 की टीम ने आज तीनों आरोपितों को अरेस्ट कर लिया। ये तीनों आरोपित अजमेर से फरीदाबाद के बंद घरों में चोरी और लूट की वारदात को अंजाम देता था।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि अरेस्ट किए गए आरोपितों में अजमेर के रहने वाले प्रधान,मुकेश तथा गोलू का नाम शामिल है। आरोपित प्रधान अजमेर जिले के गांव सावर, मुकेश गिनायडा तथा आरोपित गोलू बावला गांव का रहने वाला है। तीनों आरोपित अजमेर से दिल्ली एनसीआर एरिया में आते हैं और वहां पर सेक्टर और कालोनियों में घूम घूम कर घरों की रेकी करते हैं तथा बंद मकान देखकर उसे अपना निशाना बनाकर ,उसमें चोरी तथा लूट की वारदात को अंजाम देते हैं। इसी प्रकार आरोपितों ने 3 दिन पहले 18 अगस्त को फरीदाबाद के ओल्ड एरिया सेक्टर-19 के रहने वाले रिटायर्ड कर्नल सुनील के घर को अपना निशाना बनाया था। रिटायर्ड कर्नल सुनील अपना नया मकान ग्रेटर फरीदाबाद में बना रहे हैं, इसलिए एक सप्ताह से उनके इस मकान को बाहर से ताला लगा रखा था और घर की देखभाल की जिम्मेवारी प्रथम मंजिल पर रहने वाली सहायिका आरती को दे रखी है। गत 18 अगस्त को आरोपितों ने देखा कि कर्नल के घर के बाहर ताला लगा हुआ है।
आरोपितों ने सोचा कि मकान मालिक बाहर गया हुआ है और घर पर कोई नहीं है तो उन्होंने मौका देखकर घर का ताला तोड़ दिया। आरोपित प्रधान बाहर निगरानी रखने लगा और आरोपित मुकेश तथा गोलू अंदर जाकर चोरी की वारदात को अंजाम देने लगे। उसी समय घर की केयर टेकर जो प्रथम मंजिल पर रह रही थी उस मकान में तोड़फोड़ की आवाज सुनाई दी तो उसने आकर देखा तो आरोपित अलमारियां खंगाल रहे थे। सहायिका आरती ने हिम्मत दिखाई और आरोपितों को पकड़ने की कोशिश की परंतु आरोपितों ने आरती के साथ मारपीट की। आरती ने आरोपित गोलू को पकड़ लिया परंतु आरोपी ने आरती की कलाई पर दांत से काट लिया और जाते-जाते आरोपित घर से चोरी किए गए 4 हजार रूपए तथा 10 चांदी के सिक्के व शादी का सेहरा लेकर फरार हो गए। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस थाना ओल्ड में आरोपितों के खिलाफ लूट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके आरोपितों की तलाश शुरू की गई। डीसीपी क्राइम ने मामले की जांच की जिम्मेवारी क्राइम ब्रांच 65 को सौंपी। उप- निरीक्षक ब्रह्म प्रकाश की अगुवाई में जांच के दौरान क्राइम ब्रांच की टीम को आरोपितों के खिलाफ अहम सुराग हाथ लगे। सीसीटीवी फुटेज तथा वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर पुलिस को आरोपितों के बारे में जानकारी प्राप्त हुई और क्राइम ब्रांच की टीम आरोपितों को पकड़ने के लिए जगह जगह रेड करने लगी। कड़ी मशक्कत के पश्चात क्राइम ब्रांच की टीम ने मामले में शामिल तीनों आरोपितों को गुड़गांव से अरेस्ट कर लिया। प्राथमिक जांच में सामने आया कि आरोपित पिछले 2 साल से फरीदाबाद में इस प्रकार की 7 वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। मामले में गहनता से पूछताछ करने के लिए आरोपितों को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा और उनके कब्जे से लूट के पैसे तथा जेवरात बरामद किए जाएंगे तथा उससे पूर्व की गई चोरी तथा लूट की वारदातों का पर्दाफाश किया जाएगा।
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