अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़:हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो करनाल की टीम को आज बड़ी सफलता हाथ लगी। एसीबी करनाल की टीम ने आज स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संचालित की जा रही आयुष्मान भारत योजना, पंचकूला के डिप्टी सीईओ डॉ रवि विमल को ₹500000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी द्वारा शिकायतकर्ता से आयुष्मान भारत योजना के तहत सूचीबद्ध उसके अस्पताल का सस्पेंशन रद्द करने के बदले में रिश्वत की मांग की गई थी जिसे लेते हुए एसीबी करनाल की टीम ने आरोपी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
क्या था मामला
इस बारे में जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि एंटी करप्शन ब्यूरो करनाल की टीम को इस बारे में शिकायत प्राप्त हुई जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया कि वह करनाल जिला में अपना निजी अस्पताल चलता है। बताया गया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत उसके अस्पताल की सूचीबद्धता के सस्पेंशन को रद्द करने के बदले में आरोपी द्वारा 10 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की गई है। शिकायतकर्ता ने बताया कि इस बारे में आरोपी से ₹500000 की राशि देने को लेकर बात तय हुई है। मामले की पुष्टि करते हुए एसीबी करनाल की टीम ने आरोपी को पकड़ने के लिए योजना बनाई और उसे ₹500000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एसीबी की टीम द्वारा इस मामले में सभी आवश्यक सबूत जुटाते हुए मामले की पड़ताल की जा रही है।इस मामले में आरोपियों के खिलाफ पंचकूला के एंटी करप्शन ब्यूरो पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करते हुए कार्रवाई की गई है। ब्यूरो के प्रवक्ता ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि यदि कोई भी अधिकारी अथवा कर्मचारी सरकारी काम करने की एवज में रिश्वत की मांग करता है तो तुरंत इसकी जानकारी हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो के टोल फ्री नंबर -1800-180-2022 तथा 1064 पर देना सुनिश्चित करें।
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