अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
ग्रेटर नोएडा:उत्तर प्रदेश पुलिस की एंटी-करप्शन ब्यूरो (मेरठ) की टीम ने ग्रेटर नोएडा के कोतवाली जारचा में तैनात एक पुलिस सब इंस्पेक्टर को झगड़े के एक मामले में समझौता होने के बावजूद एक पक्ष से रिश्वत, समझौता नामा लेने के नाम पर कथित रूप से 30 हज़ार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इस मामले में पीड़ित ने एंटी-करप्शन ब्यूरो की मेरठ इकाई में शिकायत की थी।
जारचा कोतवाली क्षेत्र के कलौदा गांव में रहने वाले रफाकत खान व उसके भाइयों के खिलाफ गांव के ही जैद नामक व्यक्ति ने मारपीट करने का मुकदमा पूर्व में दर्ज करवाया था, लेकिन बाद में दोनों पक्षों में समझौता हो गया था। लेकिन समझौता नामा लेने के नाम पर पर उप- निरीक्षक योगेंद्र सिंह ने एक पक्ष से 50 हजार की रिश्वत मांगी. इस रफाकत अली नाम के पीड़ित ने इसकी शिकायत मेरठ में एंटी करप्शन ब्यूरो में की.
एंटी करप्शन ब्यूरो मेरठ के इंस्पेक्टर बी आर जैदी ने बताया कि पीड़ित की शिकायत लेते हुए पूरे मामले की जांच की मंगलवार दोपहर बाद योगेंद्र को एक रेस्तरां से उस समय गिरफ्तार कर लिया गया जब वह शिकायतकर्ता से कथित रूप से रिश्वत के 30 हजार रुपये ले रहे था। उन्होंने बताया कि उसके खिलाफ थाना दादरी में मुकदमा दर्ज किया गया है और उसे मेरठ स्थित भ्रष्टाचार रोधी अदालत में पेश किया जाएगा।
सब इंस्पेक्टर के एंटी करप्शन टीम के द्वारा पकड़े जाने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया. पुलिस अधिकारियों के अनुसार, उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है।
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments