अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़: प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि सरकार ने उद्योगों का काम वापस सुचारू करने के लिए प्रदेशभर में करीब 12 हजार श्रमिकों को गाइडलाइन अनुसार फैक्ट्रियों में रखकर काम करवाने की अनुमति दे दी है। उन्होंने कहा कि इसी तरह निर्माण उद्योग से जुड़े 31 हजार से ज्यादा श्रमिकों को सामाजिक दूरी की पालना के साथ मास्क, सेनेटाइजर आदि का प्रयोग करते हुए काम शुरू करने की अनुमति दी है। वहीं उद्योगों को वापस पर पटरी पर लाने के लिए निरंतर फैक्ट्रियों को काम पर वापस लौटने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के नियमों के खिलाफ न आने वाले ईंट के भट्टों को भी कार्य शुरू करने के लिए परमिट दे दिए है।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि 5 कर्मचारियों तक के उद्योगों को शुरू करने की इजाज़त बीडीपीओ के स्तर पर दी जा रही है, जबकि 5 से 25 कर्मचारियों वाली इंडस्ट्री को एसडीएम स्तर पर मंजूरी दी जा रही है। इसी तरह बड़े उद्योगों को जिला उपायुक्त यह सुनिश्चित कर इजाज़त दे रहे हैं कि वहां सोशल डिस्टेन्सिंग रखकर काम हो सके। उन्होंने कहा कि दिल्ली, महाराष्ट्र में भीड़ एकत्रित होने के कारण कोरोना महामारी एक दम से भयंकर रूप धारण कर गई। इसी तरह अपने आपको सुपर पॉवर देश मानने वाला अमेरिका में पिछले 24 घंटे में 2500 लोग इस महामारी की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि जल्द प्रदेशवासियों को इस भयंकर महामारी से बचाते हुए हरियाणा को कोरोना मुक्त प्रदेश बनाए। उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए सामाजिक दूरी की पालना करते हुए निरंतर मंडियों में फसल की खरीद कर रही है। उन्होंने बधाई देते हुए कहा कि किसानों की सुरक्षा के लिए सेल्फ हेल्प ग्रुप, होंडा आदि आगे आए।
सेल्फ हेल्प ग्रुप ने करीब 13 लाख मास्क मंडियों में किसानों-श्रमिकों को उपलब्ध करवाये। वहीं होंडा ने सेनेटाइजेशन के लिए प्रत्येक ब्लॉक में स्प्रे पंप उपलब्ध करवाने का काम किया। उन्होंने विशेष तौर पर जिक्र किया कि मानेसर में स्थित एक कोरियाई कम्पनी को काम करने की इजाज़त दी गई है जो कोरोनो की जांच के लिए रैपिड टेस्टिंग किट बनाती है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण आज सरकार के समाने तमाम क्षेत्रों में अलग-अलग चुनौतियां है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को काबू करते हुए हमें प्रदेश के हालात सामान्य करने के लिए कैसे प्रदेश के राजस्व को सुधारना है, कैसे उद्योगों को वापस पटरी पर लाना आदि है। उन्होंने कहा कि सरकार सभी विषयों पर निंरतर काम कर रही है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि श्रमिक वर्ग के जीवन को पटरी पर लाने के लिए कोई विशेष सहायता देने पर विचार करे। दुष्यंत चौटाला ने किताबों की दुकानों का उदाहरण देते हुए कहा कि सरकार कोरोना संक्रमण को रोकने और लोगों की सुविधा बहाल करने के बीच संतुलन बनाकर चल रही है और यथासंभव प्रयास किए जा रहे हैं।