अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:ग्रीन फील्ड कालोनी के ए ब्लॉक में एक बिल्डर ने कानूनी नियमों और आमजनों को धोखा देकर लाखों नहीं, बल्कि करोड़ों कामने का प्रयास शुरू कर दिया हैं। जी हैं इन दिनों डीटीपी इंफोर्स्मेंट विभाग को अंधेरे में रख कर एनसीजेड के एक प्लाट पर धड़ल्ले से इमारत बनाने का कार्य तेजी से किया जा रहा हैं.जिसे रोकने और इस प्रकरण की जांच करने का किसी भी संबंधित अधिकारीयों को कतई भी फुर्सत नहीं हैं। इस मामले में डीटीपी इंफोर्स्मेंट नरेश कुमार का कहना हैं कि एनसीजेड के प्लाट पर जिसने भी निर्माण किया हैं उन सभी बिल्डरों के खिलाफ उन्होनें सख्त कार्रवाई की हैं अब जिस प्लाट का नंबर की शिकायत उनके पास आई हैं उसकी तुरंत जांच कार्रवाई जाएगी और दोषी पाए जाने पर आरोपी बिल्डर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।
मिली जानकारी के अनुसार ग्रीन फील्ड कालोनी के ए ब्लॉक के प्लाट नंबर -2564 हैं, यह प्लाट आरडब्लूए के प्रधान वीरेंद्र भड़ाना के कोठी के बिल्कुल सामने हैं में एक बिल्डर ग्रीन पर्दा लगा कर एक ईमारत बना रहा हैं जिसकी शुरुआत कई दिन पहले कर चूका हैं। बताया गया हैं कि एनसीजेड के प्लाट पर बिल्डिंग बनाना कानूनी तौर पर गलत हैं। ग्रीन फील्ड कालोनी में निर्माणकर्ता बिल्डर का सोच हो सकता हैं कि ग्राहकों को धोखे में रख कर बनाए जा रहे इन फ्लैटों को बेचना हैं। किसी भी तरह से ग्राहकों से उन्हें पैसा मिल जाए और बाद में फ्लेट के खरीददार सरकारी दफ्तरों में अपने साथ हुए धोखे व इंसाफ के लिए धक्के खाते रहे। जानकारों की माने तो प्रतिबंधित प्लाट पर बिल्डिंग बनाना कानूनी जुर्म हैं। भला कोई भी बिल्डर ने जानबूझ कर इस तरह के प्लाट पर कैसे बिल्डिंग बना सकता हैं।
निर्माण करने वाले बिल्डर ने पूछने पर बताया था कि उसके पास नक्शा पास हैं और बिल्डिंग बना रहे हैं। एनसीजेड के नाम पर कोई मजबूती से जवाब नहीं दे पाया। इस मामले में डीटीपी रेणुका चौधरी का कहना हैं कि इस मामले को वह खुद भी चेक करवाएंगे और इस बारे में डीटीपी इंफोर्स्मेंट नरेश कुमार को बोलेंगे। उधर, डीटीपी इंफोर्स्मेंट नरेश कुमार का कहना हैं कि एनसीजेड के प्लाट पर जिन बिल्डरों ने बिल्डिंग बनाई हैं के खिलाफ उन्होनें सख्त कार्रवाई की। अब जो प्लाट नंबर -2564 पर बिल्डिंग बनाने का मामला प्रकाश में आया हैं के खिलाफ भी जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। जांच में दोषी पाए जाने पर निर्माण करने वाले बिल्डर के खिलाफ एफआईआर जल्द दर्ज करवा दिया जाएगा।