अजीत सिन्हा / नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा आज आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा में शक्ति केंद्र प्रमुख सम्मलेन को संबोधित करते हुए कहा कि आज मैं विजयवाड़ा आया हूं, मुझे लगता है कि यह धरती आयोजकों ने सही चुनी है, क्योंकि हम संगठन के माध्यम से विचारधारा की विजय हासिल करने के लिए आए हैं और विजयवाड़ा विजय की धरती भी मानी जाती है। विजयवाड़ा वीर अर्जुन की तपस्या भूमि है। ये संस्कृति की राजधानी है जहां तेलगू सबसे शुद्ध तरीके से उच्चारित की जाती है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हम जब भी शक्ति केन्द्र की बात करते हैं तो संगठन की गहराइयों पर बात करनी होगी। हमें राष्ट्र के विकास का वाहक बनना होगा। देश में उठने वाले हर प्रश्न का उत्तर देने वाला व्यक्ति बनना होगा और देश को सुरक्षित और मजबूत बनाने के लिए खुद को आहूत करना होगा। सबका साथ हो, सबका विकास हो और सबका विश्वास हो, इसकी सिद्धि के लिए सबको एकजुट हो प्रयास करना होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश में राजनीति की संस्कृति बदल रहे हैं और हम सबों को इस परिवर्तन का वाहक बनना होगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने संगठन की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आप सब शक्ति केंद्र के प्रमुख हैं,मुझे बताया गया है कि 10 हजार से ज्यादा शक्ति केंद्र हैं और 6 हजार से अधिक शक्ति केंद्रों पर हमनें नियुक्तियां कर भी दी हैं। विश्वास है कि शेष 4 हजार शक्ति केंद्रों पर भी आप अगले 2 महीनों में नियुक्तियां हो जाएँगी। हर शक्ति केन्द्र पर चार से पांच बूथ आते हैं। देश में 10.40 लाख बूथ हैं और यहां लगभग 46 हजार बूथ हैं। हमें उन सभी 46 हजार बूथों तक पहुंचना है। शक्ति केन्द्र के प्रमुख सबसे पहले पांचों बूथों पर बैठक कर कार्यकर्त्ताओं को जोड़ने का प्रयास करें। सभी जाति एवं समुदाय के लोगों को कार्यकर्त्ता के रुप में जोड़ें। शक्ति केन्द्र समिति को सर्वस्पर्शी एवं समावेशी समिती बनाने के उद्देश्य से दलित, सवर्ण, पिछड़ा-अगड़ा, महिला, युवा, मुस्लिम, ईसाई- सभी लोगों को शक्ति केंद्र समिति का सदस्य बनाने का प्रयास किया जाए।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि हर बूथ की बैठक में स्थानीय समस्याओ पर चर्चा हो। मोदी के ‘आठ साल बेमिसाल’ पुस्तिका का अध्ययन कर बूथों पर इस बात की चर्चा की जाए कि मोदी जी ने आंधप्रदेश को अब तक क्या क्या दिया है। यहाँ पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से किन गरीब लोगों को अन्न मिल रहा है, उससे उसके जीवन में क्या फर्क आया है। आयुष्मान भारत योजना को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन बाबू ने आरोग्य योजना में बदल दिया है. लोगों को बताना है कि यह स्कीम आयुष्मान भारत योजना रहता तो यहाँ के लोगों को आंध्र प्रदेश से बाहर भी इलाज कराने पर उन्हें स्वास्थ्य बीमा का कवरेज मिलता, जबकि आरोग्य श्री योजना से आंध्र प्रदेश के बाहर इलाज कराने पर पेमेंट नहीं होगा। सौभाग्य योजना के तहत ढाई करोड़ लोगों के घर में बिजली पहुंचायी गयी है। यह पता करना होगा इस योजना से यहाँ के कितने लोग लाभान्वित हुए हैं।
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