अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
पलवल:बहुचर्चित रेलवे कॉरिडोर जमीन घोटाला के मामले में गठित एसआईटी ने आज मामले में संलिप्त एक आरोपित को अरेस्ट किया हैं। ये आरोपित इस केस में पांचवां आरोपित हैं, इसे 2 दिन की रिमांड अवधि उपरांत जेल भेज दिया गया हैं। इस कब्जे से एक सेल डीड बरामद किया गया हैं।
मामले में गठित एसआईटी प्रभारी व डीएसपी यशपाल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे कॉरिडोर मामले में एडीसी पलवल की प्राथमिक जांच के बाद 8 पटवारी व कानूनगो तथा कंप्यूटर डाटा ऑपरेटर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था उसकी तफ्तीश अनुसंधान संघ के द्वारा किया जा रहा है। दौराने अनुसंधान आरोपितों की सेशन कोर्ट, पलवल से अग्रिम जमानत खारिज हो चुकी थी जिसमें आरोपित सुरेश कानूनगो भी है, जिस को पहले ही अरेस्ट कर जेल भेजा जा चुका है, जिसके ऊपर आरोप है कि उसने दोनों प्रोजेक्टों से अपने आप को तथा अपने परिजन व रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए एक्वायर की हुई जमीन में से जमीन को अपने एवं अपने भाई बंधुओं के नाम रजिस्ट्री करा दी,जो सभी को रेलवे के अवार्ड अनुसार 550000 रुपए, एक सरकारी नौकरी या आजीवन 20000 प्रति माह जमीन मालिक को मिलने थे, लेकिन इसकी शिकायत होने के बाद मुकदमा दर्ज किया गया। आगे जानकारी देते हुए प्रभारी ने बताया कि मामले में संलिप्त आरोपित सुरेश कानूनगो ने अपने रिश्तेदार व प्रॉपर्टी डीलर अमर सिंह, निवासी ग्राम प्याला के नाम भी उक्त स्क्वायर जमीन में से जमीन रजिस्ट्री कराई थी जो उक्त अमर सिंह की मामले में संलिप्तता पाए जाने पर आरोपित को गत 1 अक्टूबर 2021 को अरेस्ट कर पेश अदालत करके 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया था। रिमांड अवधि के दौरान आरोपित से उक्त जमीन की एक असल सेल डीड बरामद की गई। आरोपित अमर सिंह को आज अदालत में पेश किया गया जहां अदालत ने आरोपित को जेल भेज दिया । मामले में पहले ही आरोपित सुरेश कानूनगो, डाटा ऑपरेटर वरुण देव,प्रवाचक एसडीएम सुनील कुमार तथा पटवारी बाबूलाल को अरेस्ट किया जा चुका है। मामले में फरार बकाया आरोपितों की दबिश दी जा रही है।