अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: पाकिस्तान एंव दुबई से जान से मारने की धमकी देकर रंगदारी मांगने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का अपराध शाखा, सोहना की टीम ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गिरोह के 4 सदस्यों को अरेस्ट किया है। इनके कब्जे से पुलिस ने कुल 99 एटीएम कार्ड, 62 सिम कार्ड,23 मोबाईल फोन व 1 बैंक पासबुक बरामद* किए गए है। इन आरोपितों को थाना सदर गुरुग्राम में दर्ज एक केस में अरेस्ट किया गया है। ये खुलासा आज एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने अपने कार्यालय के कांफ्रेंस हॉल में आयोजित प्रेस वार्ता में किए हैं।

एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि बीते 30 जुलाई 2022 को एक व्यक्ति ने शिकायत दी कि वह प्रॉपर्टी खरीदने/बेचने का काम करता है। दिनांक 30 जुलाई 2022 को सुबह के समय करीब 9:51 बजे उसके मोबाइल फोन पर एक व्हाट्सएप वीडियो कॉल 10:57 ए एम पर एक व्हाट्सएप ऑडिया कॉल, 10:20 पर व्हाट्सएप ऑडियो कॉल,10:25 पर व्हाट्सएप वीडियो कॉल फिर फोन नंबर 13604695369 से फोन कॉल आई। फोन करने वाले ने एक गैंगस्टर का नाम लेकर धमकी दी व 5 लाख देने के लिए कहा तथा नहीं देने पर गोली मारने की धमकी दी। उसने एक वीडियो कॉल मेरे पास की और उसमें एक आदमी जंगल की जगह पर फायरिंग करते हुए दिखाई दिया। इस सम्बन्ध में भारतीय दंड संहिता की धारा 387, 506 के तहत थाना सदर सोहना, गुरुग्राम में मुकदमा दर्ज किया गया।

उनका कहना है कि उप-निरीक्षक सत्यप्रकाश, प्रभारी अपराध शाखा सोहना,गुरुग्राम की पुलिस टीम ने धमकी देने वाले व उनके साथियों की पहचान की व पुलिस टीम द्वारा जुटाई/एकत्रित की गई जानकारियों के आधार पर धमकी देकर रुपयों की डिमांड करने की वारदात को अंजाम देने में संलिप्त 4 आरोपितों को काबू किया। आरोपितों के नाम रितिक (19 वर्ष), गुलशन (20 वर्ष), बंटी कुमार (24 वर्ष) व संदीप उर्फ सैन्डी (20 वर्ष)* हैं। उनका कहना है कि गत 13 अगस्त 2022 को रितिक व गुलशन को तथा गत 19 अगस्त 2022 को बंटी व संदीप को अरेस्ट किया गया। आरोपित रितिक व गुलशन को गत 14 अगस्त 2022 को अदालत के सम्मुख पेश करके 6 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। पुलिस टीम द्वारा आरोपितों के कब्जा से कुल 99 एटीएम कार्ड,62 सिम कार्ड, 23 मोबाईल फोन व 1 बैंक पासबुक बरामद* किए गए है। इनमें से 1 एटीएम कार्ड व 1 बैंक पास बुक पुलिस रिमाण्ड के दौरान बरामद की गई है। उनका कहना है कि आरोपितों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि इनके कब्जा से बरामद हुए एटीएम कार्ड व सिम कार्ड इनके द्वारा खरीदे गए है। शिकायतकर्ता को जिस बैंक खाते में रुपए डालने के लिए कहा था वह बैंक अकाउंट भी इन्होंने बिहार के एक व्यक्ति को 25 हजार रुपए देकर खरीदा था और मोबाइल फोन इन्होंने इंटरनेट बैंकिंग प्रयोग करने के लिए खरीदे हुए थे। इनके साथी पाकिस्तान व दुबई में बैठकर किसी बिजनेसमैन और आर्थिक रूप से सक्षम व्यक्तियों को अपने अन्य साथियों के माध्यम से टारगेट करते है और पाकिस्तान के फोन नंबर से उन्हें धमकी देकर बैंक में रुपए ट्रांसफर करवा लेते है। धमकी देकर जिन बैंकों में रुपए ट्रांसफर कराते यही वो बैंक एकाउंट उपरोक्त आरोपित उन्हें उपलब्ध कराते है, जिनमें रुपए आने के बाद उपरोक्त आरोपित अलग-अलग बैंक खातों में नेटबैंकिंग के द्वारा ट्रांसफर कर लेते है तथा एटीएम से नकदी निकाल लेते है। निकाले गए नगद रुपये में से उपरोक्त आरोपित अपना 10% का कमीशन काटकर बाकी नकदी अपने एक अन्य साथी को दे देते है, जो दुबई में अपने साथियों तक पहुँचा देता है और दुबई से वो रुपए पाकिस्तान से धमकी देने वाले व्यक्तियों तक पहुँच जाते है। उनका कहना है कि पुलिस टीम द्वारा आरोपितों के मोबाइल फोन्स से पाकिस्तान के लोगों के मोबाईल नंबर मिले है और ये लोग उपरोक्त कार्य पिछले 3 महीनों से कर रहे थे। पुलिस रिमांड के दौरान आरोपितों से पुलिस पूछताछ के दौरान प्राप्त हुई जानकारी के आधार पर पुलिस टीम द्वारा प्रत्येक एंगल से जांच किया जा रहा है।
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