संवाददाता : सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले में हस्तशिल्पियों की खूब बल्ले-बल्ले रही। मेले में 120 करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ। मनचाही बिक्री से हस्तशिल्पी गदगद नजर आए। प्रत्येक शिल्पकार ने आठ से दस लाख या अधिक रुपये का कारोबार किया है। यानी मेले में 120 करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ। बहरहाल, मेला कई मायनों में बेहद कामयाब रहा। मेले को इस बार करीब 12,50 लाख दर्शकों ने मेला देखा, जो एक रिकॉर्ड है। इसमें भी करीब सवा दो लाख विदेशी पर्यटक मेला देखने पहुंचे।
यह मेला पर्यटकों की संख्या के हिसाब से अब तक का सबसे सफल मेला रहा है। करीब 5,50 करोड़ रुपये के टिकट बिके हैं। इसमें भी वरिष्ठ नागरिक, विकलांग, एक्स सर्विस मैन को पचास फीसदी की टिकट में छूट दी गई। जबकि कॉलेज गल्र्स सैनिक और स्वतंत्रता सेनानियों के लिए मेला प्रवेश पूरी तरह से निशुल्क रखा गया। मेला प्राधिकरण के अधिकारियों ने कहा कि इस मेले ने कई नए आयाम स्थापित किए हैं। इस बार अधिक विदेशी दर्शक भारत की कला-संस्कृति से रूबरू हुए। विदेशी कला-संस्कृति से रूबरू होने वास्ते भी दर्शकों के लिए यहां बेहतर मंच तैयार हो रहा है। विभिन्न प्रदेशों से यहां पहुंचने वाले शिल्पकार, लोक कलाकारों के रूप में यह दृश्य मेले में देख जा सकता है। मेले में इस बार 1229 शिल्पकारों ने मेले में हिस्सा लिया
मेला प्राधिकरण ने थीम स्टेट झारखण्ड प्रदेश की कला-संस्कृति और मेले में उनके सहयोग की सराहना की। पार्टनर नेशन मिस्र सहित सार्क देशों के शिल्पकार व कलाकार मेले में आकर्षण का केंद्र रहे। मेला परिसर में ई-रिक्शा, ई-टॉयलेट की सुविधा दी गई। नाट्यशाला में रंगारंग कार्यक्रम पेश किए गए तो चौपाल पर लोक कलाकारों के अलावा स्कूली छात्र-छात्राओं ने खूब धमाल किया।
केशलेस लेनदेन को मिला बढ़ावा
हस्तशिल्प मेले में पहली बार बड़े स्तर पर केशलेस लेनेदन हुआ। नोटबंदी के बाद इसको बढ़ावा देने के लिए यहां किए गए प्रयास कुछ हद तक शिल्पकारों को पसंद आए, हालांकि ऐसे भी शिल्पकार थे, जिनको इसका ज्ञान नहीं होने का खामियाजा अपेक्षित बिक्री नहीं होने के रूप में भुगतना पड़ा। देना बैंक की तरफ से शिल्पकारों को स्वैप मशीन मुहैया करवाई गई थी।
31वें सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले की खास बातें
-पर्यटक: करीब 12.50 लाख
-विदेशी पर्यटक: सवा दो लाख
-22 देशों के हस्तशिल्पियों ने की शिरकत
-मेले में कुल हस्तशिल्पकार: 1229
भाग लेने वाले राज्य: 21
थीम स्टेट झारखण्ड के शिल्पकार 87
झारखण्ड के लोककलाकार350
विदेशी शिल्पकारों के स्टाल: 32
22 देशों के 202 शिल्पकार व लोककलाकार