अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:दयानंद कॉलोनी, ग्रीन फील्ड कॉलोनी,फरीदाबाद में 200 घरों से बिजली मीटर लगवाने के नाम पर की गई अवैध वसूली के बाद,सिर्फ 67 बिजली मीटर लगे, 133 लोगों के पैसे हजम कर गए धोखेबाज। अब यह मामला ग्रीन फील्ड पुलिस चौकी में पहुंच गई है,और पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर फरीदाबाद नगर निगम में नगर निगम की लगभग साढ़े पांच एकड़ जमीनों, जिसकी कीमत लगभग 300 करोड़ रूपए है,पर 365 फ्लैट्स ईडब्लूएस (EWS) के लिए बनाई गई। यह छोटे-छोटे फ्लैट्स उन लोगों के लिए बनाई गई थी जो कभी खानों में पत्थर तोड़ने का काम किया करते थे,और वही लोग असल में इन फ्लैटों के हक़दार है,पर इनकी संख्या बिल्कुल न के बराबर है।
अधिकारी के मुताबिक यहां पर कुल 365 फ्लैट्स बनाई गई थी, जिनमें से 269 फ्लैट्स अलॉट किए गए है, बाकी के बच गए 96 फ्लैट्स, यह 96 फ्लैट्स को बंधुआ मुक्ति मोर्चा के पदाधिकारी आपस में बांट लिए, और पिछले 10 सालों से इन फ्लैटों के किराया ले रहे है, और जिन्हें 269 फ्लैट्स अलॉट किए गए थे शर्त के मुताबिक वह लोग जहां भी रह रहे है, वहां से अपना झुग्गी हटा कर इन फ्लैटों में रह सकेंगे, और इन फ्लैटों को न तो किराए पर देंगें, न ही इन फ्लैटों को बेच सकेंगे पर इनमें तक़रीबन लोग अपने फ्लैट्स को किराए पर दे रखा है। और पूरे फ्लैट्स में शुरू से बिजली कनेक्शन नहीं थे। यहां बिजली खुलेआम चोरी से जलाई जाती है। यहां पर लोगों ने अवैध कब्जे किए हुए है, अवैध तरीके से दुकानें चलाई जा रही है। यहां पर बीते समय में लगभग बिजली मीटर लगाने के नाम लगभग 200 घरों से 7000 -7000 रुपए की वसूली की गई, कुल रकम 14 लाख रुपए बताई गई है हैं, जिसकी रसीद किसी को भी नहीं दी गई है। इसमें से कुल 67 घरों में बिजली के मीटर लगे है, और 133 घरों में अब भी बिजली के मीटर नहीं लगे है। कुल 67 बिजली के मीटरों से 365 घरों में अवैध रूप से बिजली की सप्लाई करके, मोटी रकम कमाई की जा रही है। इस बारे में वार्ड-21 के पार्षद वीरेंद्र भड़ाना का कहना है कि ये गंभीर मामला है, इसकी जाँच होनी बहुत जरुरी है। वह इस मामले को सदन में उठाएंगे। वही, पुलिस प्रवक्ता यशपाल सिंह का कहना है कि इस मामले की जांच ग्रीन फील्ड पुलिस चौकी की पुलिस कर रही है, जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी। वही प्रॉपर्टी एक्सपर्ट आकाश गुप्ता का कहना है कि दयानंद कॉलोनी ग्रीन फील्ड व सेक्टर -46 के बीच में बसाई गई,जोकि बिल्कुल पॉश एरिया है,और जहां तक दयानंद कॉलोनी में EWS के लिए फरीदाबाद नगर निगम ने जो फ्लैट्स बनाई थी, और जिन मजदूरों के लिए बनाई गई थी, असल में उनकी संख्या न के बराबर है जो असल लोग है उन्हें कहीं और अच्छे फ्लैट्स देकर शिफ्ट कर दिया जाए, और इन जमीनों को सही इस्तेमाल किया जाए जिससे निगम को अच्छी खासी राजस्व मिले,और शहर में विकास गति और तेज हो। और इस खबर में स्थानीय निवासी भूप सिंह , दयानंद कॉलोनी आरडब्ल्यूए के पूर्व प्रधान रमेश चंद और वर्तमान प्रधान मोहन लाल को भी सुने इस खबर में प्रकाशित वीडियो में।
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