अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़:हरियाणा पुलिस द्वारा अपराध पर की गई सख्ती का असर लगातार दिखाई दे रहा है। प्रदेश में अगस्त 2019 के दौरान गत वर्ष इसी अवधि की तुलना में अपराध की औसत संख्या में 2.5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। इसके अतिरिक्त, क्राईम अगेंस्ट पर्सन व क्राईम अगेंस्ट प्रोपर्टी के मामलों में भी क्रमषः 1.2 प्रतिशत तथा 4.2 प्रतिशत की कमी आई है। पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने आज इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इस साल अगस्त माह में विभिन्न पुलिस थानों में हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण व अन्य अपराध की घटनाओं के कुल 12,220 मामले दर्ज किए गए, जोकि 2018 में इसी अवधि के दौरान दर्ज 12,535 मामलों से 315 कम है।
उन्होनें कहा कि गत वर्ष अगस्त माह में क्राईम अगेंस्ट पर्सन के कुल 3037 मामलों की तुलना में इस साल अगस्त माह में 3000 मामले दर्ज किए गए जोकि पिछले वर्ष से 1.2 प्रतिशत कम है। इसी प्रकार, प्रदेश ने अगस्त 2019 में क्राईम अगेंस्ट प्रोपर्टी से संबधित अपराध की कुल 3238 घटनाएं दर्ज की गई, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में दर्ज 3381 घटनाओं से 4.2 प्रतिशत कम हैं.क्राईम अगेंस्ट पर्सन के दर्ज मामलों का विवरण देते हुए यादव ने बताया कि अगस्त 2019 में हत्या के 97 मामले दर्ज हुए जबकि गत वर्ष इसी अवधि में 105 मामले दर्ज हुए। इसी प्रकार, हत्या का प्रयास के मामले 96 से घटकर 87 रह गए, अपहरण मामलों की संख्या 388 से घटकर 386, गलत तरीके से कैद की घटनाएं 171 से कम होकर 131 व दंगों आदि के मामले 241 से कम होकर 220 रह गए। सरकारी कार्य में बाधा व कर्मचारी पर हमले से संबधित 77 केस दर्ज किए गए, जबकि 2018 में यह आंकडा 121 था।
डीजीपी कहा कि अगस्त 2019 में भी डकैती, स्नैचिंग और चोरी जैसे संपत्ति से संबधित अपराध के मामलों में गत वर्ष इसी अवधि की तुलना में कमी आई है। डकैती की मामले 17 से कम होकर 15 रह गए, स्नैचिंग के 218 से कम होकर 201, सेंघमारी के 768 से कम होकर 712 व चोरी की घटनाएं 2261 से कम होकर 2189 रह गई। उन्होने कहा कि प्रदेश के लोगों की सुरक्षा व कानून व्यवस्था को बनाए रखने के साथ-साथ अपराध की रोकथाम व नियंत्रण के लिए हमारी पुलिस टीमें नियमित रुप से गैंगस्टर व अन्य अपराधियों पर कठोर कार्रवाई कर रही हैं।