अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
पलवल:उपायुक्त यशपाल के निर्देशानुसार लघु सचिवालय के सभागार में बाढ़ सुरक्षा संबंधी प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया,जिसमें बाढ़ जैसी स्थिति में बचाव के लिए विभिन्न विभागों की जिम्मेवारियों व तैयारियों के संबंध में जानकारी दी गई.जिला राजस्व अधिकारी नरेश जोवल ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बताया कि किसी भी आपदा से बचने के लिए आपदा प्रबंधन प्लान बनाया गया है, जिसमें विभिन्न विभागों की जिम्मेवारियां तय की गई हैं। इन जिम्मेवारियों के अनुसार ही विभागों अपनी तैयारियां पूर्ण रखें। आपदा प्रबंधन के विषय विशेषज्ञ व चीफ वार्डन सिविल डिफेंस डॉ एमपी सिंह ने कहा कि आपदा प्रबंधन प्लान के अनुसार जिला प्रशासन की तैयारी होनी चाहिए। कोई भी आपदा होने पर समय रहते यदि जरूरी कार्यवाही अमल में लाई जाती है तो जन-धन की हानि को कम किया जा सकता है।
बाढ़ जैसी स्थिति से बचने के लिए पानी निकासी व्यवस्था ठीक होनी चाहिए। यदि अचानक ज्यादा पानी आ जाता है या फिर यमुना के चारों तरफ के क्षेत्र में पानी फैलने लगता है तो ऐसी स्थिति से निपटने के सभी प्रबंधन होने चाहिए। इस पानी से किसानों की फसल नष्ट होने, कालोनियों व गांवों में मकानों को खतरा होने या बीमारी फैलने की आशंका बनी रहती है। ऐसी समस्याओं से तभी बचा जा सकता है, जब हमारी तैयारी पूरी होगी। कई बार ऐसी स्थिति में जान-माल की सुरक्षा करना या उनकी शिफ्टिंग भी करनी पड़ती है, इसके लिए जिला व पुलिस प्रशासन को अतिरिक्त इंतजाम करने पड़ते हैं। ऐसी स्थिति में जनता को भी जिला प्रशासन की कार्यवाही के लिए सहयोग करना चाहिए। शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूलों की स्थिति पर आवश्यक ध्यान दें तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पीएचसी, सीएससी व अस्पतालों में डॉक्टरों की ड्यूटी व आवश्यक दवाइयों का प्रबंध रखना सुनिश्चित करें। जल जनित बीमारियों से बचाव के लिए हेल्थ विभाग को अपनी पूरी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। बाढ़ आने पर अधिकतर बिजली के खंभे गिर जाते हैं और वहां पर चारों तरफ बिजली फैल जाती है।
ऐसे नुकसान से बचने के लिए बिजली विभाग तुरंत आवश्यक कदम उठाए। पीडब्ल्यूडी विभाग रास्तों के निर्माण का ध्यान रखे। क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण पलवल यातायात की उचित व्यवस्था अतिशीघ्र सुनिश्चित करे। खानपान की व्यवस्था के लिए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग अपनी तैयारी रखे। रेडक्रॉस सोसाइटी स्वैच्छिक सेवा देने वाले स्वयंसेवक की सूची तैयार रखे। पशुपालन विभाग को पशुओं को बीमारियों से मुक्त रखने के लिए उपाय करने चाहिए। मरे हुए पशुओं को उठाने की व्यवस्था तथा एक तरफ ले जाने की व्यवस्था करनी चाहिए। दूरसंचार विभाग संप्रेषण की व्यवस्था ठीक रखे। पुलिस विभाग कानून एवं शांति व्यवस्था पर पूरा ध्यान रखे। बाढ़ के दौरान लाइफ जैकेट व नाव की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। इस अवसर पर बिजली निगम के अधीक्षक अभियंता एसएस सांगवान, जनस्वास्थ्य विभाग के अधीक्षक अभियंता जनक राज, जिला शिक्षा अधिकारी अशोक बघेल, कृषि विभाग से रघुवीर सिंह, रेड क्रॉस से जिला प्रशिक्षण अधिकारी महेश मलिक, प्रेम प्रकाश नायब तहसीलदार, मोहम्मद इब्राहिम तहसीलदार, अजय कुमार कानूनगो, राजेंद्र सिंह सदर कानूनगो आदि अधिकारी मौजूद थे।