अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:: लोकसभा चुनावों से पूर्व टोल टैक्स को जजिया कर कहने वाले मंत्रियों ने 4 साल बीत जाने के बावजूद भी क्षेत्र की जनता को इस जजिया कर से छुटकारा नहीं दिलवा पाए हैं। टोल कंपनी के द्वारा बदरपुर टोल प्लाजा पर जनता से आज भी अवैध वसूली की जा रही है, मगर फरीदाबाद के सांसद को इसकी कोई परवाह नहीं है। यह आरोप लोक अधिकार विकास मंच के बैनर तले आयोजित एक प्रैसवार्ता में बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान संजीव चौधरी ने कहे। उनका कहना हैं कि कहा कि भाजपा सरकार ने पिछले 4 सालों में प्रदेश की जनता को बेवकूफ बनाने के अलावा कोई काम नहीं किया है। बदरपुर टोल प्लाजा कंपनी ने लागत से कहीं ज्यादा वसूली कर ली है, इसके बावजूद इस टोल प्लाजा को फ्री नहीं किया जा रहा है। सरकार को चाहिए कि बदरपुर टोल प्लाजा के कॉन्ट्रैक्ट को रिव्यू करके इसको समाप्त करे।
श्री चौधरी ने कहा कि अभी तक स्मार्ट सिटी का कार्य शुरू नहीं हो पाया है। स्मार्ट सिटी के नाम पर लोगों को जगह- जगह शहर में गड्ढे, अव्यवस्था, जल भराव, सड़कें खुदी हुई और गंदगी के ढेर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि जब एक राज्य सरकार के मंत्री एवं स्थानीय विधायक की गाडी इसी टोल प्लाजा पर जाम में फंसती है तो इन मंत्री द्वारा तुरंत घोषणा कर दी जाती है कि यदि 70 मीटर तक टोल पर जाम लगता है तो टोल को तुरंत ही निशुल्क खोल दिया जाये, जबकि मंत्री जी अपने फरीदाबाद की जनता को यह बताना भूल गए की इस 70 मीटर को मापने का पैमाना क्या होगा। मंत्री जी अपनी वाहवाही लूट कर चले गए और कभी यह झाँक कर नहीं देखा कि फरीदाबाद वासियों को इस टोल प्लाजा पर कैसी कैसी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है और इस मासूम जनता से टोल के नाम पर अवैध वसूली निरंतर जारी है।चौधरी ने कहा कि फरीदाबाद में कानून व्यवस्था के नाम पर इस संभावित स्मार्ट सिटी ने पूरे भारत वर्ष के कई आपराधिक पृष्ठ-भूमि वाले शहर को भी पीछे छोड़े हुए हैं।
दिन दहाड़े हो रही वारदातों ने आम नागरिक का जीना दुभुर कर दिया है। लड़कियों और महिलाओं के साथ हो रहा दुर्व्यवहार सरकार के ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे सरकारी नारों की पोल खोल रहा है।विश्व मानचित्र पर 1980 के दशक अपनी पहचान रखने वाली इस संभावित स्मार्ट सिटी में रोजगार का यह आलम है कि मजदूर एवं प्रतिभाएं पलायन के लिए मजबूर हैं। स्किल इंडिया जैसी घोषित परियोजनायें भी इस संभावित स्मार्ट सिटी में कहीं नजर नहीं आई, बल्कि जो यूनिट फरीदाबाद में पिछले चार दशकों से अपनी पहचान बनाये हुई थीं, वो भी बंद हो चुकी हैं या बंद होने के कगार पर हैं। संजीव चौधरी ने सरकार को चेताया जाता है कि फरीदाबाद बदरपुर टोल की सरकारी ऑडिट कराए, जिससे अवैध वसूली तुरंत प्रभाव से बंद हो और स्मार्ट सिटी के नाम के ढोंग को बंद किया जाए अन्यथा फरीदाबाद में महापंचायत बुलाई जाएगी जो सरकार के खोखले वादों को उजागर करने में मील का पत्थर साबित होगी। इस अवसर पर उनके साथ संजय अरोड़ा, आर के सांगवान, नीरज गुप्ता, रतिराम बंसल, नरेन्द्र कंग, सुंदर चुघ, राजेश बैसला, धर्मेन्द्र चौधरी, गजेन्द्र कालरा, प्रमोद शर्मा, उदय सिरोही, जयवीर नागर, सुखबीर सिंह, भविष्य, लोकेश, अनिकेत, अंकित बैसला आदि मौजूद थे।