Athrav – Online News Portal
टेक्नोलॉजी फरीदाबाद शिक्षा

फरीदाबाद:के. टी. एजुकेशनल इंस्टीट्यूट ने शुरुआत की “वैल्डन क्लासेज”, खुशहाल माहौल में बच्चों को करें शिक्षित-चंद्र भानु आर्य।     



अजीत सिन्हा की रिपोर्ट 
फरीदाबाद:जिनके बच्चे 11 वीं और 12 वीं क्लासेज में पढ़ते है,और उनका विषय,फिज़िक्स, केमेस्ट्री और मैथमेटिक्स ली हुई है, तो अब उनके माता -पिता को टियूशन के लिए इधर -उधर भटकने की कोई जरुरत नहीं है,ना ही किसी इन्स्टिटूट को भारी भरकम फी देने की कोई जरुरत नहीं है, क्यूंकि अब उनकी ये टेंशन खत्म करने का बीड़ा बहुत ही कम फी में के. टी. एजुकेशनल इंस्टीट्यूट, सेक्टर -16 ए ,एससीएफ 41 , हुड्डा मार्केट , फरीदाबाद ने उठाया है। आज ये जानकारी के. टी. एजुकेशनल इंस्टीट्यूट के फाउंडर युगल मित्तल ने किसान भवन , सेक्टर -16 , फरीदाबाद में आयोजित एक सेमिनार के माध्यम से दी है। 

इस के. टी. एजुकेशनल इंस्टीट्यूट के निदेशक रोहन मित्तल, बीटेक (आईआईटी रूड़की), सागर मित्तल बीटेक (आईआईटी दिल्ली), गौरंगी मित्तल एमए एकॉनिक्स (जामिआ मिलिया, बीएड ,नेट) और डॉ. सोमेया मित्तल BHMS(NHMC,DEL) CCPH( मुंबई ) immunology & genetics, harvard medical school (US) है। 

फाउंडर युगल मित्तल ने अपने संबोधन में कहा कि वेलडन क्लासेज, शिक्षा ही नहीं, विद्या भी, की शुरुआत अब शुरू हो चुकी है, पर सब्जेक्ट जीएसटी सहित 3000 रुपये प्रति महीने फी रखी गई है, मैथमेटिक्स ,फिज़िक्स और केमेस्ट्री जिसे (पीसीएम) जिसे शॉर्ट में कहते है, में बेहरतीन शिक्षकों इस संस्थान में रखे गए है, जो 11 वीं और 12 वीं क्लासेज के बच्चों को अच्छी तरह से पढ़ाएंगे। आयोजित सेमिनार में मुख्यातिथि सुप्रसिद्ध लेखक , संपादक न्यामती पत्रिका एंव पूर्व व्याख्याता , नई दिल्ली चंद्र भानु आर्य उपस्थित थे जिन्होनें युवा शिक्षकों को टियूशन पढ़ने वालों बच्चों को खुशहाल मौहोल में पूर्ण रूप से शिक्षित करें के गुन बताए। इस दौरान मंच का संचालन राष्ट्रीय कवि दीपक गुप्ता कर रहे थे।

       

Related posts

फरीदाबाद: जे.सी. बोस विश्वविद्यालय के इनक्यूबेशन सेंटर को 1.30 करोड़ रुपये का अनुदान

Ajit Sinha

पुलिसकर्मियों तथा उनके बच्चों के कल्याण के उद्देश्य से एचपीए मधुबन में एकदिवसीय कार्यशाला आयोजित

Ajit Sinha

फरीदाबाद नगर निगम द्वारा 87 लाख रुपये के पैच वर्क के कार्य ठेकेदारों को आवंटित किए है, भरे जा रहे सड़कों पर हुए गड्ढे।

Ajit Sinha
0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments
error: Content is protected !!
0
Would love your thoughts, please comment.x
()
x