अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:ग्रीन फील्ड कालोनी के बिल्डरों और निवासियों के द्वारा बनाए गए अवैध निर्माणों और दुकानों, बेसमैंट में जल्द ही तोड़फोड़ और सीलिंग की कार्रवाई हो सकती हैं। इस के लिए डीटीपी इंफोर्स्मेंट विभाग ने अब पूरी तैयारी कर ली हैं। ये कार्रवाई अगले हफ्ते में हो सकती हैं। डीटीपी इंफोर्समेंट राजेंद्र टी शर्मा का कहना हैं कि जिन जिन लोगों को बीते दिनों नोटिस दी गई थी, इनमें से अपने नोटिस के सही जवाब दे चुके हैं, उन्हें छोड़, बाकि के सभी के सभी अवैध निर्माणकर्ताओं (बिल्डर) के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी, इस प्रकरण में किसी बख्सा नहीं जाएगा।
खबर के मुताबिक डीटीपी इंफोर्समेंट विभाग के द्वारा ग्रीन फील्ड कॉलोनी में बिल्डरों के द्वारा बनाए गए वैध बिल्डिंगों में जानबूझ कर अवैध निर्माण बनाने, बेसमेंट व रिहायशी बिल्डिंग में दुकान चलाने के मामले में लगभग दो दर्जन से अधिक लोगों को नोटिस जारी किए थे। इसके बाद ग्रीन फील्ड कॉलोनी के बिल्डरों में एक दम से हड़कंप मचा गया था। इनमें से कई बिल्डरों ने अपने -अपने नोटिसों के जवाब तो दे दिए पर ज्यादात्तर बिल्डरों और लोगों ने अपने नोटिसों के जवाब नहीं दिए हैं। इन सभी पर डीटीपी एनफोर्समेंट विभाग के द्वारा किन्हीं कारणों से तोड़फोड़ व अन्य कार्रवाई करने में काफी विलंब होने पर ग्रीन फील्ड कॉलोनी में अब ये चर्चा हैं कि एक प्रभावशाली इंसान के माध्यम से उसकी संबंधित अधिकारी से सेटिंग हो गई हैं और सभी बिल्डरों ने इस बला को टालने के एवज में उसे दो -दो लाख रूपए दिए हैं। इस तरह उस प्रभावशाली इंसान के पास 40 से 50 लाख रूपए के बीच की रकम पहुंच चुकी हैं। लोग ये भी कह रहे हैं कि अधिकारी से बिल्कुल सेटिंग हो चुकी हैं, अगर ना होती तो अब तक उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो चुकी होती। इस कारण से अवैध निर्माणकर्ताओं के हौसलें बुलंद हैं और संबंधित विभाग के प्रति बिल्डरों का खौफ बिल्कुल खत्म हैं। इस मामले में डीटीपी इंफोर्समेंट राजेंद्र टी शर्मा का कहना हैं कि उनके पास सीएम विंडों, सीधे तोड़ पर और अपने स्तर पर की गई रूटीन की जांच पड़ताल में भी काफी शिकायतें मिली थी कि कई बिल्डरों ने अपने अपने बिल्डिंगों में अवैध रूप से निर्माण किए हुए हैं, कई बिल्डरों ने अवैध रूपए कई बेसमेंट बनाई हुई हैं तथा रिहायशी बिल्डिंगों में अवैध रूप से दुकानें बनाई हुई और उसमें दुकानों को खोलने के फिराक हैं, कई लोग दुकाने चला भी रहे हैं। कई लोगों ने बिल्डिंगों के दोनों तरफ से अवैध रूप से गेट भी खोली हुई हैं। उनका कहना हैं कि इनमें जो तोड़ने लाइक होगी उसे अर्थमूभर मशीन की सहायता से तोड़ दिया जाएगा। जो सीलिंग के लाइक होगी, उसे सील कर दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त एफआईआर दर्ज करवा दी जाएगी। सवाल के जवाब में उनका कहना हैं कि संबंधित जई लगभग दो महीने से ऑपरेशन व अतिरिक्त काम होने के कारण तोड़फोड़ व अवैध कब्जे हटाने की कार्रवाई में विलंब हुई हैं, अब सब रूटीन में आ गया हैं, जल्द ही बाकि के शिकायतों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होनें ये साफ़ किया हैं कि कोई गलत फहमी में ना रहे, उनकी कार्रवाई जो हैं, वह कर के ही रहेंगें।