अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:शहरी विकास प्रधान सलाहकार डी.एस ढेसी की अध्यक्षता में मंगलवार को लघु सचिवालय स्थित सभागार में जिला फरीदाबाद में चल रही विभिन्न परियोजनाओं पर डिविजनल कमिश्नर संजय जून, उपायुक्त विक्रम सिंह और अन्य संबंधित विभागों व एजेंसी के अधिकारियों के साथ 5वीं अंतर-एजेंसी समन्वय बैठक आयोजित हुई। बैठक में स्मार्ट सिटी परियोजना, अमृत योजना, शहरी परिवहन, जलापूर्ति, सीवरेज नेटवर्क, आवास विकास, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, पर्यावरण संरक्षण एवं अन्य शहरी आधारभूत संरचना से जुड़ी योजनाओं पर विशेष रूप से चर्चा की गई।
शहरी विकास प्रधान सलाहकार डी.एस. ढेसी ने एचएसवीपी, एफएमडीए और एमसीएफ के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जिला की सड़कों की मरम्मत कार्यों को प्राथमिकता पर लेकर शीघ्रता से पूरा किया जाए। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन मार्गों पर गड्ढे, टूट-फूट या अन्य समस्याएं हैं, उनका तुरंत सर्वे कर मरम्मत कार्य शुरू किया जाए। ढेसी ने कहा कि बरसात के बाद कई स्थानों पर सड़कें खराब हो गई हैं, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सभी कार्य निर्धारित समय सीमा में पूरे किए जाएं और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखा जाए।
शहरी विकास प्रधान सलाहकार डी.एस. ढेसी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में शहर और आसपास के क्षेत्रों में मानसून के दौरान जलभराव की समस्या पर विशेष चर्चा की गई। ढेसी ने कहा कि इस वर्ष मानसूनी स्थिति सामान्य नहीं है और अत्यधिक वर्षा के कारण शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कई स्थानों पर जल भराव की समस्या उत्पन्न हुई है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की परिस्थितियों में जलभराव नियंत्रण के लिए तत्काल प्रभावी उपाय करना आवश्यक है। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि फरीदाबाद में भी गुरुग्राम की तर्ज पर अस्थायी जल धारण संरचनाओं का निर्माण किया जाए। इसके लिए ग्रीन बेल्ट का लेवल सड़क के स्तर से नीचे किया जाए और थोड़ी-थोड़ी दूरी पर अस्थायी जल धारण संरचना बनाई जाए। इस प्रक्रिया से बारिश का पानी सुरक्षित रूप से संग्रहीत किया जा सकेगा और संभावित जलभराव की समस्या को नियंत्रित किया जा सकेगा।शहरी विकास प्रधान सलाहकार डी.एस ढेसी ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को यह भी कहा कि भूमि हस्तांतरण से जुड़े सभी औपचारिकताओं को त्वरित गति से पूरा किया जाए और अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी करने में किसी भी प्रकार की देरी न की जाए। उनका मानना है कि समय पर एनओसी जारी होने से विकास परियोजनाओं की प्रगति पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और जनता को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
एफएमडीए के अधिकारियों ने जानकारी दी कि बुढ़िया नाला की डीपीआर (डिज़ाइन डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) अगले छह महीनों में तैयार हो जाएगी। बैठक में यह भी बताया गया कि परियोजना के त्वरित कार्यान्वयन के लिए एरिगेशन विभाग से एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इस अधिकारी का मुख्य कार्य बुढ़िया नाला का सर्वे कर आवश्यक एनओसी (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) प्राप्त करना होगा। इससे परियोजना के प्रारंभिक चरण में किसी भी प्रकार की देरी से बचा जा सकेगा और जल निकासी संबंधी कार्य समय पर पूर्ण होंगे। शहरी विकास प्रधान सलाहकार ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बुढ़िया नाला परियोजना में समन्वित प्रयास सुनिश्चित किए जाएं और सभी आवश्यक औपचारिकताओं को शीघ्र पूरा किया जाए।बैठक में नगर निगम फरीदाबाद से जुड़े एक अन्य लंबित कार्य—1800 मिमी व्यास की मास्टर सीवर लाइन बिछाने—पर भी चर्चा हुई। यह लाइन खेरी ब्रिज से लेकर मिर्जापुर स्थित एसटीपी तक बिछाई जानी है। एफएमडीए के मुख्य अभियंता (इंफ्रा-II) ने बताया कि 80 एमएलडी क्षमता वाला मिर्जापुर एसटीपी चालू हो चुका है।शहरी विकास से जुड़ी समीक्षा बैठक में चांदपुर क्षेत्र में पोंड निर्माण को लेकर अहम चर्चा हुई। बैठक में बताया गया कि एफएमडीए द्वारा 15 एकड़ भूमि अधिग्रहित की गई है, जिसमें से 9 एकड़ क्षेत्र में पोंड का निर्माण किया जाएगा। शहरी विकास प्रधान सलाहकार डी.एस. ढेसी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पोंड निर्माण कार्य को निर्धारित समयसीमा में पूरा किया जाए। उन्होंने विशेष रूप से कहा कि पोंड का निर्माण मजबूत और टिकाऊ होना चाहिए, ताकि मानसून के दौरान यमुना नदी का पानी ओवरफ्लो होकर पोंड में आने पर भी संरचना को कोई नुकसान न पहुंचे।शहरी विकास प्रधान सलाहकार ने बैठक में सेक्टर 78 में 437 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले कन्वेंशन सेंटर में किए जा रहे विभिन्न विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश देते हुए विकास कार्यों में गुणवत्ता का विशेष रूप से ध्यान रखने की बात कही। उन्होंने बैठक में शहर के शहरी विकास से जुड़ी बैठक में सेक्टर-61 में प्रस्तावित बस डिपो के निर्माण पर अहम चर्चा हुई। बैठक के दौरान एचएसवीपी (HSVP) के प्रशासक ने जानकारी दी कि बस डिपो के लिए 10 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई गई है और इस पर स्मार्ट सिटी द्वारा पहले ही प्रस्ताव तैयार किया जा चुका है। बैठक में डिविजनल कमिश्रर व सीईओ एफएससीएल, संजय जून, फरीदाबाद स्मार्ट सिटी के सीईओ श्यामल मिश्र, उपायुक्त विक्रम सिंह, नगर निगम कमिश्रर धीरेंद्र खडग़टा, एचएसवीपी की प्रशासन अनुपमा अंजलि सहित अन्य विभागों के संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
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