अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : सरकारी अस्पताल में आज सुबह डॉक्टर के कमरे के अंदर जमकर हुई मारपीट का नजारा सीसीटीवी कैमरे में हुआ कैद । मामला दिल्ली से सटे फरीदाबाद के बादशाह खान अस्पताल का है जहां जमकर खुनी संघर्ष देखने को मिला । दरअसल गांव अजरौंदा में आज महाशिवरात्रि के दिन जल चढ़ाने के दौरान दो पक्षों में जमकर भिड़ंत हो गई । इसके बाद एक पक्ष जब अपना इलाज कराने बादशाह खान अस्पताल पहुंचा तो दूसरा पक्ष भी अस्पताल जा पंहुचा और वहां जमकर लाठी डंडों से मारपीट की मारपीट का सारा नजारा सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। फिलहाल पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुटी है
इस नजारे को जरा ध्यान से देखिए मारपीट का यह नजारा फरीदाबाद के बादशाह खान अस्पताल का है , जहां लाठी-डंडों के साथ मारपीट की जा रही है । अस्पताल के ड्यूटी डॉक्टर मनीष दयाल की माने तो वो सुबह अस्पताल में मरीजों का इलाज कर रहे थे तभी अजरौंदा गांव के कुछ लोग घायल हालत में अस्पताल पहुंचे। डॉक्टर के मुताबिक़ वो इलाज़ कर ही रहे थे की तभी अचानक उनके कमरे में लाठी -डंडे लिए कुछ लोग घुस आए और अस्पताल के कमरे में जमकर मारपीट शुरू कर दी । डॉक्टर के कमरे में मारपीट होते देख पुरे अस्पताल में हड़कंप मच गया और मरीज इधर उधर भागने लगे । आनन् फानन में पुलिस को इसकी सुचना दी गयी पर जब तक पुलिस मौके पर पहुंची तब तक आरोपी मारपीट कर फरार हो चुके थे । ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर मनीष दयाल की माने तो यह लोग अजरौंदा गांव के रहने वाले थे जहां दूसरे पक्ष से आज महाशिवरात्रि के दिन जल चढ़ाने को लेकर इनका विवाद हो गया और उसके बाद वह यहां आ गए । फिलहाल घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया गया है । मारपीट की इस घटना के बाद अस्पताल के डॉक्टर सदमे में है । उनके मुताबिक उनकी सुरक्षा पर बड़ा सवालिया निशान लग गया है क्योंकि जिस तरह से मारपीट हो रही थी उस तरह से उन्हें भी कुछ हो सकता था फिलहाल पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है । पुलिस अधिकारियों के मुताबिक उन्होंने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जल्दी ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा पुलिस बेशक इस मामले में आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की बात कह रही हो लेकिन जिस तरह सरकारी हॉस्पिटल में दिनदहाड़े यह खूनी संघर्ष देखने को मिला उससे एक बात तो साफ़ है कि फरीदाबाद के अपराधियों में पुलिस का कोई डर बाकी नहीं है और यही वजह है कि अस्पताल जैसी जगहों पर भी अपराधी अपराध करने से बाज नहीं आते।