अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : साइबर क्राइम ब्रांच ने आज एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया हैं जो युवाओं को विदेशों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे लाखों रूपए की ठगी करने का कार्य बेखौप किया करते थे। इस ठगी के मामले में पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया हैं। पकडे गए आरोपियों के पास से पुलिस ने नगद दो लाख 80 हजार रूपए,मोबाइल फोन व एटीएम कार्ड बरामद किए हैं। यह आरोपी गण सिरसा, कोटा राजस्थान, गुरुग्राम में ऐसी कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं।
साइबर क्राइम ब्रांच प्रभारी सुरेश कुमार ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि शहर बल्ल्भगढ़ थाने में बीते 23 जनवरी को एक एफआईआर नंबर -119 दर्ज की गई थी जिसमें भारतीय दंड सहिंता की धारा 406 व 420 को दर्शाई गई थी। उनका कहना हैं कि इस केस की जांच की जिम्मेदारी साइबर क्राइम ब्रांच को पुलिस कमिश्नर द्वारा सौपी गई थी और उन्होनें इस केस की जांच के लिए एक टीम गठित की जिसमें सहायक उप -निरीक्षक योगेश कुमार, साइबर टीम सहायक उप-निरीक्षक राजेश कुमार, बाबूराम, जावेद खान, धर्मेंद्र, प्रमोद कुमार,सरजीत,सिपाही नरेंद्र,वीरपाल,देवेंद्र कुमार,इंदुबाला को शामिल किया गया। उनका कहना हैं कि जब उनकी टीम ने इस केस की तकनिकी संसाधन से जांच शुरू की तो उसकी सुई रवि कुमार,निवासी 6 /2 ,केंद्रीय विधायल,तुगलकाबाद,दिल्ली, विवेक अरोड़ा निवासी जे – 3, 106,संगम विहार ,दिल्ली, लेखराज उर्फ़ दीपक निवासी 109,संगम विहार, दिल्ली, विवेक चौहान निवासी डी -1 /1118,रतिया मार्ग ,संगम विहार,दिल्ली पर जाकर थम गई। उनकी माने तो जब इन चारों लड़कों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उपरोक्त आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
उनका कहना हैं कि आरोपियों ने स्वीकार किया कि वह लोग युवाओं से फोन पर बातचीत करते थे और उन्हें विदेश में नौकरी दिलाने के बारे में बातचीत करते थे और विदेश में नौकरी करने के लिए उस युवा को तैयार कर लेते थे और अभी सिंगापूर में एक बहुत अच्छी जॉब हैं और वहा पर उनकी प्लेसमेंट भी हैं उनकी बातों में आकर जब जरूरत मंद युवा नौकरी को तैयार हो जाते हैं तो सबसे पहले उससे 2500 रूपए दिए गए खाते नंबर में जमा करवा लेते थे के बाद उनसे आईडी प्रूफ,पासपोर्ट साइज फोटो, बायोडाटा आदि डॉक्यूमेंट ले लिया करते थे। इसके बाद आरोपीगण फोन करके उन्हें कहते हैं एक इंटरव्यू के लिए कॉल आपके पास आएगा और जो सवाल आपसे पूछेगें उसका आप जवाव दे देना के बाद यह लोग फिर से उसे फोन करके कहते हैं कि आपका इंटरव्यू बिल्कुल ठीक हो गया हैं और अब आपको रजिस्टेशन फीस खाते में जमा करा दीजिए। इस फीस के एवज में किसी से चार लाख, किसी से पांच लाख रूपए जमा एक से दो -बार में करवा लेते हैं अपने खाते में, इसके बाद अपना मोबाइल फोन बंद कर लेते हैं, ऐसी ही एक घटना बल्ल्भगढ़ के भीकम कॉलोनी निवासी सतेंद्र कुमार के साथ हुआ जिसमें इन लोगों अपने खाते में चार लाख 71 हजार रूपए जमा करवा लिए,इसके बाद अपने फोन बंद कर लिए। इससे शिकायत कर्ता को लगा की उसके साथ धोखा हुआ हैं। उसने शहर बल्लभगढ़ थाने में इन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दी और इस ठगी में चारों आरोपी रवि, विवेक अरोड़ा, लेखराज उर्फ़ दीपक व विवेक चौहान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।