अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: क्राइम ब्रांच, सेक्टर -30 ने आज दो बिल्डर चचेरे भाइयों को साजिश के तहत धोखाधड़ी करने के जुर्म में नॉएडा से गिरफ्तार किया हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपितों ने वर्ष -2011 में फ्लैट देने के नाम पर तीन सालों तक भरवाए लगभग 21 लाख रूपए , बाद में फ्लैट देने से इंकार कर दिया था। पुलिस की माने तो बीपीटीपी थाने में विभिन्न धाराओं के तहत सितंबर महीने में दर्ज केस में गिरफ्तार किया गया हैं।
पुलिस इंस्पेक्टर विमल राय का कहना हैं कि उनकी टीम ने आज दो बिल्डर चचेरे भाई सुमित और वैभव को नॉएडा से गिरफ्तार किया हैं। इन दोनों आरोपित बिल्डर भाइयों को बीपीटीपी थाने में दर्ज एक मुकदमे में गिरफ्तार किया गया हैं। उनका कहना हैं कि शिकायतकर्ता ने दर्ज मुकदमे में बताया कि उन्होंने वर्ष 2011 में इरा बिल्डर से नोएडा में एक फ्लैट बुक किया था जिसमें 3 लाख 50 हज़ार रुपये डाउन पेमेंट लेने के पश्चात 3 वर्ष तक हमने बिल्डरों को किश्त में पैसा दिया था परंतु वर्ष 2014 तक बिल्डर ने फ्लैट मुहैया नहीं करवाया। इसके पश्चात शिकायतकर्ता ने फ्लैट नहीं लेने की बात बिल्डर को कहीं और अपने पैसे वापस मांगे परंतु बिल्डर शिकायतकर्ता के पैसे लौटाने में आनाकानी करता रहा। काफी समय बीतने के पश्चात भी जब शिकायतकर्ता को उसके पैसे वापस नहीं मिले तो उन्होंने कंपनी के डायरेक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया।
उनका कहना हैं कि क्राइम ब्रांच सेक्टर- 30 व आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने 26 नवंबर को बिल्डर के घर रेड कर 2 आरोपितों को धर दबोचा जबकि इनका एक साथी हेम सिंह जोकि वैभव का पिता है, अभी भी फरार चल रहा है। दोनो आरोपितों से गहनता से पूछताछ करने के लिए अदालत में पेश कर 1 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया । पूछताछ करने पर सामने आया कि काम ठप्प होने की वजह से वे शिकायतकर्ता को फ्लैट नहीं दे पाए और इनके पैसों की सारी जानकारी एक के तीसरे साथी वैभव के पिता हेम सिंह के पास है। इस के पश्चात दोनों आरोपितों को अदालत में पेश किया गया है। आरोपी वैभव के पिता की तलाश की जा रही है।