अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : शहर के नागरिकों का मूलभूत सुविधाओं को लेकर रोष बढ़ता ही जा रहा है। आज सेव फरीदाबाद संस्था के नेतृत्व में ग्रेफा के नागरिकों ने टूटी हुई सड़कों व जगह- जगह खतर नाक गड्ढों के खिलाफ एक विरोध प्रदर्शन किया। सभी प्रदर्शनकारियों के हाथ में स्लोगन्स की तख्तियां थीं जिन पर सड़कों के गड्ढों को भरने की मांग लिखी हुई थी। ‘अच्छी सड़क मेरी भीख नहीं , मेरा अधिकार है, ‘ग्रेफा की सड़कों पर चाँद से ज़्यादा गड्ढे हैं , ‘ग्रेफा में रहने के फंडे , टूटी सड़कें गहरे गड्ढे ‘ जैसे नारों ने आसपास के लोगों का खूब ध्यान आकर्षित किया।
सेव फरीदाबाद के संयोजक पारस भारद्वाज ने बताया कि पूरे शहर में सड़कों का बुरा हाल है और जगह जगह दुर्घटना का कारण यही सड़कों के गड्ढे बनते हैं। शहर की प्रमुख समाजसेविका आशा तोमर ने सरकार व प्रशासन को इस बदहाली का ज़िम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इतने सालों में यहाँ के नागरिकों को केवल उपेक्षा और सौतेले व्यवहार का ही शिकार होना पड़ा है। सभी ने अपने जीवन भर की पूँजी इस क्षेत्र में लगा कर केवल समस्याएं ही प्राप्त की हैं। ग्रेफा में रहने वाले सेव फरीदाबाद के अन्य सदस्य अनिल आहूजा ने ग्रेटर फरीदाबाद को नारकीय जीवन बताया और कहा कि यहाँ सभी लोग अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। RWA की अध्यक्ष और सेव फरीदाबाद की सदस्य दीपा सक्सेना का कहना था कि इन टूटी सड़कों के कारण बुज़ुर्गों और बच्चों के रोज़ाना गिर कर दुर्घटनाग्रस्त होना आम बात हो गई है। पारस ने बताया कि #MeriSadakMeraHaq नाम से उनकी संस्था सेव फरीदाबाद पूरे शहर में टूटी सड़कों के खिलाफ एक जन मुहीम चलाएगी और प्रशासन को चटाएगी । मानसून के चलते लोग सड़क के गड्ढों की वजह से दुर्घटनाग्रस्त न हों , प्रशासन को इसके लिए तुरंत प्रभाव से इन गड्ढों को भरने का काम करना पड़ेगा। इस प्रदर्शन में पी सी माथुर, सुभाष खन्ना, रजत बांगा, दिनेश मेहता, ध्रुव अग्रवाल, प्रफुल्ल शर्मा,प्रदीप नाहटा , कपिल आर्य मौजूद रहे।
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