अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:जे. सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के अनुसंधान एवं विकास प्रकोष्ठ द्वारा “सूक्ष्मजीव आपके स्वास्थ्य को कैसे आकार देते हैं” शीर्षक से एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के जैव रसायन विभाग के प्रोफेसर डॉ. रजत संधीर ने मुख्य वक्ता रहे। यह कार्यक्रम कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर के मार्गदर्शन में अनुसंधान एवं विकास प्रकोष्ठ द्वारा शुरू की गई अकादमिक संगोष्ठी श्रृंखला का हिस्सा रहा, जिसका उद्देश्य विश्वविद्यालय में अनुसंधान गतिविधियों को बढ़ावा देना है।
ज्ञानवर्धक सत्र के दौरान डॉ. संधीर ने सूक्ष्म जीवों और मानव स्वास्थ्य के बीच जटिल संबंधों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि कैसे सूक्ष्म जीव हमारे शरीर का एक अभिन्न अंग बन गए हैं, जो विभिन्न शारीरिक प्रक्रियाओं को प्रभावित करते हैं उभरते हुए साक्ष्य बताते हैं कि माइक्रोबायोटा के डिस्बायोसिस से कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जो भविष्य में माइक्रोबायोटा-आधारित उपचारों की क्षमता को दर्शाती है।इससे पहले कार्यक्रम निदेशक (आरएंडडी) प्रो. मनीषा गर्ग और अकादमिक मामलों के डीन प्रो. अतुल मिश्रा ने डॉ. संधीर को पौधा भेंट कर उनका स्वागत किया। इस संगोष्ठी में डीन, अध्यक्ष, संकाय सदस्यों और विभिन्न विभागों के शोधकर्ताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सत्र का समन्वयन प्रो. सोनिया बंसल ने किया। सत्र के अंत में, उप निदेशक (आरएंडडी) डॉ. राजीव साहा ने डॉ. संधीर को स्मृति चिन्ह भेंट किया।
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