अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि गुजरात में भाजपा सरकार के संरक्षण में बड़े पैमाने पर ड्रग्स और शराब की तस्करी हो रही है।इंदिरा भवन स्थित कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता करते हुए कांग्रेस सेवा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई ने खुलासा किया कि गुजरात में चार साल के दौरान करीब 16,000 करोड़ कीमत की ड्रग्स पकड़ी गई, लेकिन इन मामलों में कोई भी दोषी नहीं पाया गया है। गुजरात में ज्यादातर ड्रग्स अडानी के मुंद्रा पोर्ट से जब्त होती है, लेकिन ड्रग्स को भेजने वाले के बारे में कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं होती और कोई कार्रवाई भी नहीं होती। देसाई ने यह भी कहा कि गुजरात में बड़े पैमाने पर शराब की तस्करी चल रही है, जबकि वहां शराबबंदी लागू है। उन्होंने कहा कि राजस्थान और महाराष्ट्र से भारी मात्रा में शराब की तस्करी की जा रही है। उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि गुजरात के सरकारी आंकड़ों के अनुसार, करीब 17.35 लाख युवा नशे के चुंगल में फंसे हैं। स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के बगल में स्थित शराब और ड्रग्स के ये अवैध अड्डे चिंता का विषय हैं।
उन्होंने बताया कि तीन दिन पहले कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी और स्थानीय जनता ने स्कूल के बगल में चल रहे ड्रग्स के अड्डे पर छापेमारी की थी। लेकिन गुजरात के उपमुख्यमंत्री, जो कि गृह मंत्री भी हैं, उन्होंने पुलिस को पूरा समर्थन देते हुए कहा कि उनके रहते पुलिस को चिंता करने की बिल्कुल जरूरत नहीं है।देसाई ने कहा कि उपमुख्यमंत्री की भूमिका शराब और ड्रग्स के अवैध अड्डों को बंद करवाने और दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की होनी चाहिए, लेकिन उन्होंने पुलिस को अवैध कारोबार करने वालों को संरक्षण देने के लिए प्रोत्साहित किया। उपमुख्यमंत्री ने पूरे गुजरात की पुलिस को संदेश दिया कि वह कांग्रेस की जनआक्रोश यात्रा के खिलाफ आंदोलन करे। देसाई ने शासन- प्रशासन की नशा तस्करों के साथ मिलीभगत का पर्दाफाश करते हुए बताया कि गुजरात में हर महीने 3500 करोड़ रुपये का अवैध धंधा चलता है। शराब तस्करी के लिए बड़ी गाड़ियों का लाखों का हफ्ता फिक्स है।

जब गाड़ी का मालिक एक जगह पर रिश्वत देता है, तो उसे एक टोकन दिया जाता है, जिससे वह अपना वाहन बाकी जगहों पर भी बिना रोक-टोक ले जा पाता है। देसाई ने यह भी बताया कि पुलिस की सक्रियता दिखाने के लिए 100 ट्रकों में से पांच ट्रकों को पकड़वा दिया जाता है, जबकि 95 ट्रक धड़ल्ले से शराब लेकर घूमते हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि केवल बनासकांठा जिले से पुलिस को 45 लाख रुपये की हफ्ता वसूली होती है। देसाई ने कहा कि यह हफ्ताखोरी पुलिस तक सीमित नहीं है, बल्कि गुजरात सरकार के बड़े-बड़े नेता इसमें शामिल हैं। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के उस बयान का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि राज्य में राजस्व के बाद दूसरा सबसे भ्रष्ट विभाग गृह मंत्रालय है।
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