नई दिल्ली / अजीत सिन्हा
कांग्रेस सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि जब हाउस खत्म हो गया, तो हम लोग निकल रहे थे, उस समय वहां से कुछ ऐसी बातें आईं, हमने देखा कि हमारी सम्मानित नेता, सोनिया गाँधी कुछ अपनी शांतिपूर्वक बात करना चाहती थीं, उसी समय हम लोग भी पीछे से गए, तो स्मृति ईरानी तुरंत आ गईं और उन को उंगली दिखाकर ऐसे शब्द कहे गए, जो सम्मानजनक नहीं हैं, उनका अनादर किया गया, शर्मनाक चीज है। जो जन प्रतिनिधि हैं, जो हमारी नेता हैं और उम्र में बड़ी हैं, जो पूर्व प्रधानमंत्री की पत्नी हैं, सम्मान के योग्य हैं, उनके साथ इस तरीके से बर्ताव करना हम लोगों को बहुत बुरा लग रहा है। एक महिला होने के नाते एक महिला के साथ कोई कैसे ऐसा कर सकता है? ये शर्मनाक चीज है और वो भी तब जब हाउस चल रहा हो। हाउस के अंदर जिस तरह से कहना और हम लोग तो अपने रास्ते निकल ही रहे थे। तो इस तरह से करना वो भी एक सम्मानजनक महिला के साथ, हमारे लिए तो वो आदरणीय हैं। हम बिल्कुल नहीं सह पाएंगे, ये बात। हम जरुर चाहेंगे कि बीजेपी को और प्रधानमंत्री को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।
श्रीमती गीता कोड़ा ने कहा कि आज सदन में जो घटना हुई, ये सदन के इतिहास में सबसे काला दिन है, क्योंकि सबसे वरिष्ठ नेता और एक महिला सांसद सोनिया गांधी के साथ के साथ जिस तरह का व्यवहार हुआ, ये कहीं से भी स्वीकार्य नहीं है, क्योंकि सोनिया गांधी बात करने गईं, इसके साथ ही सारे बीजेपी के सांसद, महिला तो महिला, पुरुष सांसद भी मैडम के ऊपर चढ़ाई करने लगे, उन्हें अपशब्द कहने लगे। उंगली दिखा-दिखाकर कहने लगी स्मृति ईरानी कि ये बहुत बोल रही थी, सोनिया गांधी बहुत बोल रही थी, अब हम तो बोलेंगे। तो इस तरह की भाषाओं का प्रयोग किया गया, जो संसदीय भाषा में कहीं भी स्थान नहीं रखती। ऐसे में हम लोग काफी दुखी हैं, आज जिस तरह से वहाँ बर्ताव हो रहा था, मैडम को चोट लग सकती थी, सोनिया गांधी को चोट लग सकती थी, हम लोगों ने किसी तरह से मैडम को वहाँ से निकाला। आज जिस तरह की हरकत हुई है, मैं इसकी कड़े शब्दों में निंदा करती हूँ और मैं यह मांग करती हूँ कि इसके लिए स्मृति ईरानी को और प्रधानमंत्री को माफी मांगनी चाहिए, सदन में।
गौरव गोगोई ने कहा कि जैसा की हमारी दो महिला सांसदो ने कहा कि श्रीमती सोनिया गांधी पर आपत्तिजनक नारे लगाए, भाजपा ने सोचा कि इन नारों से सोनिया गांधी डर जाएंगी, बौखला जाएंगी, वहाँ से चली जाएंगी, लेकिन एक निडर नेता होने के कारण सोनिया गांधी स्वयं एक वरिष्ठ महिला सांसद रमा देवी से बहुत शालीनता से वो बातचीत कर रही थीं, लेकिन इनकी शालीनता के उत्तर में भाजपा सांसदों के द्वारा बहुत बुरा, एक घिनौना व्यवहार किया गया, जिसमें हमने देखा कि दोनों, महिला और पुरुष सांसद एवं मंत्रिगण उनको चारों तरफ से घेरकर ऐसा वातावरण बनाया, उनको धक्का लग सकता था, उनको चोट पहुंच सकती थी। महिला सांसदों ने उनके साथ आपत्तिजनक बातें की और व्यवहार किया, पुरुष सांसदों ने भी एक प्रकार से आपत्तिजनक बातें और व्यवहार उनके साथ किया। यही दिखाता है कि जो पार्टी महिला के नाम पर, सभ्यता के नाम पर नारे लगाती है, आज उन्होंने अपनी करतूतों से दिखा दिया कि वो किस प्रकार से एक भारतीय महिला का निरादर उन्होंने किया। उनके सम्मान पर, उनको चोट पहुंचाने की कोशिश की, नीचा दिखाने की कोशिश की। फिर भी हमारी नेता निडर रहीं, शालीन रहीं और एक उनके ऊपर कोई भी अगर भाजपा को लगता है कि इस तरीके से छोटे व्यवहार से सोनिया गांधी पर अगर कोई प्रभाव पड़ने वाला है, तो वो उनकी भूल होगी।एक प्रश्न के उत्तर में गौरव गोगोई ने कहा कि जहाँ पर बात राष्ट्रपति की आती है और जिस मुद्दे से आज बीजेपी आक्रोशित है, उसको लेकर हमारे नेता अधीर रंजन चौधरी भी माफी मांग चुके हैं। लेकिन आज माफी तो मांगी लेकिन उस प्रकार का व्यवहार तो दिखाएं, जो हमसे अपेक्षित करते हैं। हम राष्ट्रपति का सम्मान करते हैं, अगर वो हमसे अपेक्षा करते हैं कि हम महिला और एक राष्ट्रपति का सम्मान करें, तो उस प्रकार का व्यवहार उन्होंने क्यों नहीं दिखाया? अगर अधीर रंजन चौधरी से कोई भूल हुई, जिस भूल को उन्होंने स्वीकार किया, कबूल किया, तो उनकी तरफ से जो व्यवहार आज सुबह हुआ, सोनिया गांधी पर महिला और पुरुष सब के सामने, कैमरा के सामने है, आप कैमरे पर इसको दिखाएंगे, या नहीं दिखाएंगे, मुझे पता नहीं, उनके व्यवहार से पता चल गया, कि जो हमसे वो अपेक्षा करते हैं, वो खुद ही दिखा नहीं पाते, दर्शा नहीं पाते और जिस प्रकार से मैं कह सकता हूँ बातों से नहीं, आज शारीरिक रुप से चोट श्रीमती सोनिया गांधी को पहुंच सकती थी।
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