अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी को लेकर कांग्रेस पार्टी ने उन्हें आधुनिक भारत का धृतराष्ट्र कहा है। कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के पास रैलियां करने और विदेश घूमने का समय है, मगर मणिपुर के लिए समय नहीं है। प्रधानमंत्री के दिल में मणिपुर के लिए कोई जगह नहीं है। कांग्रेस नेता डॉ अजय कुमार ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल ग़ांधी के मणिपुर दौरे से पूरा सरकारी तंत्र बौखला गया था। भाजपा सरकार का षड्यंत्र था कि राहुल गांधी कुकी समुदाय के बीच चुराचांदपुर जाएं लेकिन मोइरांग में मैतेई समाज के बीच में न जाएं, ताकि माहौल बिगड़े। यह बातें कांग्रेस नेता डॉ अजय कुमार ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहीं। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस संसदीय दल के उपनेता गौरव गोगोई ने भी पत्रकारों से बातचीत की।
डॉ अजय कुमार ने कहा कि मणिपुर दो महीने से जल रहा है। हिंसा में 160 लोगों की मौत हो चुकी है। जब राहुल गांधी हिंसा के पीड़ित लोगों का दुख दर्द जानने के लिए मणिपुर गए तो उन्हें रोका गया। भाजपा ने झूठ फैलाया कि जनता ने राहुल को रोका गया जबकि जनता उनके समर्थन में कह रही थी कि राहुल गांधी को क्यों रोका जा रहा है। महिलाएं सड़कों पर खड़ी थी और राहुल गांधी जिंदाबाद, कांग्रेस जिंदाबाद के नारे लगा रही थी। डॉ अजय कुमार ने कहा कि राहुल गांधी ने ठान लिया था कि वह मणिपुर के लोगों से मिलकर ही आएंगे। इसके बाद राहुल गांधी ने राहत शिविरों का दौरा कर हिंसा से पीड़ित लोगों का दु:ख दर्द जाना और इंफाल में सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इस दौरान राहुल गांधी ने राजभवन पहुंचकर मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से मणिपुर के हालातों को लेकर चर्चा की और उन्हें राहत शिविरों में आवश्यक संसाधनों की कमी से भी अवगत कराया। राहुल गांधी के दौरे के बाद मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने इस्तीफा देने की एक्टिंग की। मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने तीन बार राज्यपाल से मिलने का समय मांगा और अपने समर्थकों को इकट्ठा कर लिया। अपने समर्थकों को अपनी गाड़ियों में भरकर इकट्ठा किया और इस्तीफा देने से रोकने का ड्रामा रचा गया।डॉ अजय कुमार ने कहा कि मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह कहते हैं कि मणिपुर में बाहरी ताकतों का हस्तक्षेप है। अगर मणिपुर में बाहरी ताकतों का हस्तक्षेप है तो एनएसए क्या कर रहा है? देश के एनएसए अजीत डोभाल मणिपुर क्यों नहीं जा रहे हैं? डोभाल कश्मीर में बिरयानी खाने के लिए पहुंच जाते हैं, मगर मणिपुर नहीं गए हैं। गृह मंत्री अमित शाह खानापूरी कर मणिपुर से आ गए।वहीं कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि मणिपुर में स्थिति अभी भी चिंताजनक है। राहुल गांधी ने अपने दौरे के दौरान मणिपुर में शांति, सद्भावना की शुरुआत की है। गोगोई ने कहा कि आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर हिंसा पर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। प्रधानमंत्री के पास विदेश घूमने का समय है, चुनावी रैलियां करने का समय है, मगर मणिपुर के लिए समय नहीं है। प्रधानमंत्री के दिल में मणिपुर के लिए कोई जगह नहीं है। वह आशा करते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर का दौरा करेंगे। गौरव गोगोई ने कहा कि मनमोहन सिंह के नेतृत्व में नॉर्थ ईस्ट में स्थिरता आई थी। मगर भाजपा की राजनीति की वजह से नॉर्थ ईस्ट में हालात खराब हुए हैं और अस्थिरता पैदा हुई है। मणिपुर में घर जलाए जा रहे हैं, इमारतें जलाई जा रही हैं, चर्च जलाई जा रही हैं। गौरव गोगोई ने कहा कि यूकेएलएफ नेता ने सनसनीखेज खुलासा किया था कि उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के साथ एक समझौता किया था। इस समझौते के तहत उन्होंने भाजपा का समर्थन किया था। आज तक इस पत्र की जांच क्यों नहीं हुई। कोई स्पष्टीकरण क्यों नहीं आया।
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Oldest
Newest
Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments