
अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
थाना साइबर अपराध पश्चिम, गुरुग्राम द्वारा पुराने सिक्के एवं नोट अधिक कीमत पर खरीदने का लालच देकर रजिस्ट्रेशन फीस, जीएसटी व आरबीआई चार्ज के नाम पर की जा रही साइबर ठगी के एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया गया है। इस प्रकरण में फर्जी बैंक खाते खोलने में संलिप्त आईडीबीआई बैंक के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया है।पुलिस प्रवक्ता ने आज जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 08.12.2025 को एक व्यक्ति द्वारा थाना साइबर अपराध पश्चिम, गुरुग्राम में लिखित शिकायत दी गई कि उसने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (यूट्यूब/फेसबुक) पर पुराने सिक्के व स्पेशल नोट खरीदने संबंधी विज्ञापन देखे। दिए गए व्हाट्सएप नंबर पर संपर्क करने पर आरोपितों ने पुराने सिक्कों/नोटों की कीमत 1 करोड़ 65 लाख रुपए बताई तथा दावा किया कि ये नोट दुबई एवं अरब देशों में बेचे जाते हैं। स्वयं को आरबीआई से मान्यता प्राप्त संगठन बताते हुए डील फाइनल करने के नाम पर उससे रजिस्ट्रेशन फीस, GST एवं RBI चार्ज के रूप में विभिन्न खातों में पैसे ट्रांसफर करवाकर ठगी की गई। प्राप्त शिकायत के आधार पर थाना साइबर अपराध पश्चिम, गुरुग्राम में संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा अंकित किया गया।

उनका कहना है कि सहायक पुलिस आयुक्त, साइबर अपराध, गुरुग्राम प्रियांशु दीवान के नेतृत्व में साइबर अपराध, अपराध पश्चिम, गुरुग्राम के इंचार्ज व निरीक्षक संदीप कुमार की टीम द्वारा प्रभावी कार्रवाई करते हुए इस मामले में संलिप्त एक आरोपित को मंगलवार को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया। जिसकी पहचान लव कुमार (उम्र-22 वर्ष, योग्यता-बी.ए.) निवासी ग्राम धुमरा, थाना खैर, जिला अलीगढ़, उत्तर-प्रदेश, वर्तमान निवासी गली नं. 3, वेस्ट राजीव नगर, गुरुग्राम, हरियाणा के रूप में हुई.उनका कहना है कि आरोपित से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि उपरोक्त मुकदमा में ठगी गई राशि में से 12 लाख 50 हजार रूपये आरोपित प्रमोद के बैंक खाते में ट्रांसफर हुए थे।आरोपित प्रमोद ने यह बैंक खाता आरोपित अमजद खान को बेचा था। आरोपित अमजद खान ने बताया कि उसने यह बैंक खाता साइबर फ्रॉड करने वाले आरोपितों को बेचा था व उसने उक्त खाते सहित अन्य बैंक खाते भी साइबर फ्रॉड करने वाले आरोपितों को 8 से 10 हजार रूपये में बेचे थे, जो फर्जी तरीके से उपरोक्त आरोपित लव कुमार (IDBI बैंक कर्मचारी) द्वारा खोले गए थे। आरोपित लव कुमार ने बताया कि यह नवंबर-2024 से IDBI बैंक शाखा सुभाष नगर, गुरुग्राम में डेटा कलेक्टर के पद पर कार्य कर रहा है व आरोपित अमजद खान के कहने पर उसके द्वारा उपलब्ध करवाए गए आधार कार्ड व पैन कार्ड पर फर्जी बैंक खाते खोलता था व प्रत्येक बैंक खाते के बदले आरोपित लव कुमार को आरोपित अमजद खान 2 हजार रुपए देता था। आरोपित के कब्जा से 1 मोबाईल फोन बरामद किया गया है। इस मुकदमे में अब तक कुल 7 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है।आरोपित लव कुमार को बुधवार को न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। मुकदमा का अनुसंधान जारी है।
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