अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
दिल्ली पुलिस की डब्लूआर-II/अपराध शाखा की एक टीम ने दिल्ली के थाना के.एन.काटजू मार्ग के आर्म्स एक्ट केस में शामिल एक फरार खतरनाक अपराधी को दिल्ली के मक्सूदाबाद स्थित राणा जी एनक्लेव से गिरफ्तार किया है। फरार आरोपित नाम बंटी पुत्र हरजीत सिंह निवासी जहांगीरपुरी, दिल्ली, उम्र 28 साल है। आरोपित को हिमांशु सेहलोत, JMFC-03, उत्तरी जिला, रोहिणी कोर्ट, दिल्ली की अदालत ने दिनांक 25.10.2025 के आदेश के तहत एफआईआर संख्या 456/21, दिनांक 16.10.2021, धारा 25 आर्म्स एक्ट, थाना के.एन. काटजू मार्ग, दिल्ली में उद्घोषित अपराधी घोषित किया था। इस मामले में जमानत पर रिहा होने के बाद, आरोपित छिप गया और गिरफ्तारी से बचने और कानून की उचित प्रक्रिया से बचने के लिए बार-बार अपनी जगह बदलता रहा। वह एक ट्रक ड्राइवर के रूप में काम कर रहा था। आरोपित को अब दिल्ली के मक्सूदाबाद स्थित राणाजी एनक्लेव से गिरफ्तार किया गया है। वह पहले थाना महेंद्र पार्क, दिल्ली के एक डकैती मामले में भी शामिल था।
सूचना, टीम और ऑपरेशन:
डब्लूआर-II/अपराध शाखा, दिल्ली के उप निरीक्षक रविंदर को फरार अपराधी बंटी के बारे में एक गुप्त सूचना मिली, जो थाना महेंद्र पार्क के एक डकैती मामले में शामिल था और थाना के.एन. काटजू मार्ग के आर्म्स एक्ट मामले में वांछित था। उसके दिल्ली के मक्सूदाबाद स्थित राणाजी एनक्लेव आने की उम्मीद थी।सूचना पर कार्रवाई करते हुए, निरीक्षक सतीश मलिक के नेतृत्व में, जिसमें उप निरीक्षक रविंदर, प्रधान सिपाही प्रमोद कुमार और प्रधान सिपाही रविंदर सिंह शामिल थे,राजपाल डाबास, सहायक आयुक्त पुलिस/डब्लूआर-II की कड़ी निगरानी में अपराधी को पकड़ने के लिए एक टीम का गठन किया गया। टीम के सदस्यों उप निरीक्षक अनुज छिकारा और प्रधान सिपाही रविंद्र ने टेक्निकल सर्विलांस किया और आरोपित का पता लगाया। इसी के चलते, राणाजी एनक्लेव, मक्सूदाबाद में एक जाल बिछाया गया और आरोपित को पकड़ लिया गया।
पिछली संलिपताएं:
• एफआईआर संख्या 294/2024, धारा 392/394/397/34 आईपीसी, थाना महेंद्र पार्क, दिल्ली।
• एफआईआर संख्या 296/2024, धारा 25 आर्म्स एक्ट, थाना महेंद्र पार्क, दिल्ली।
• एफआईआर संख्या 456/2021, धारा 25 आर्म्स एक्ट, थाना के.एन. काटजू मार्ग, दिल्ली।
आरोपित का प्रोफाइल:
आरोपित बंटी का जन्म 1997 में जहांगीरपुरी, दिल्ली में हुआ था। उसके पिता ट्रक ड्राइवर का काम करते हैं और माँ फल बेचती हैं। उसने जहांगीरपुरी के एक सरकारी स्कूल में 10वीं क्लास तक पढ़ाई की है। पढ़ाई छोड़ने के बाद, उसने अपने पिता के साथ हेल्पर का काम करना शुरू कर दिया और बाद में टूरिस्ट गाड़ियों का ड्राइवर बन गया। इसी दौरान वह बुरी संगत में पड़ गया और स्मैक लेने लगा। फिलहाल, आरोपित एक प्राइवेट कंपनी में ट्रक ड्राइवर के तौर पर काम कर रहा था और अक्सर दिल्ली से बाहर जाता रहता था।

