अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का एक फोन आया और मोदी जी ने तुरंत सरेंडर कर पाकिस्तान के साथ संघर्ष विराम की बात मान ली।। वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार को मध्य प्रदेश में ‘संगठन सृजन अभियान’ की शुरुआत करने पहुंचे थे, जहां उन्होंने कई महत्वपूर्ण बैठकों व कार्यक्रमों में भाग लिया। भोपाल के रविंद्र भवन में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा-आरएसएस पर जरा सा दबाव पड़ता है तो ये पीछे हट जाते हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इशारा किया और प्रधानमंत्री ने ‘जी हुज़ूर’ कहकर संघर्ष विराम कर दिया। इतिहास गवाह है कि भाजपा-आरएसएस के लोग हमेशा झुकते हैं। उनका आत्मसमर्पण पत्र लिखने का इतिहास रहा है। यही इनका चरित्र है। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने 1971 में अमेरिका की धमकी के बावजूद पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए थे। 1971 की लड़ाई में इंदिरा गांधी को जो करना था, वो उन्होंने किया। कांग्रेस पार्टी सरेंडर नहीं करती है। महात्मा गांधी जी, जवाहर लाल नेहरू और सरदार पटेल सरेंडर करने वाले लोग नहीं थे। ये सुपर पावर से लड़ने वाले लोग थे।
सामाजिक न्याय के मुद्दे पर बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने लोकसभा में कहा था कि वे इसी कार्यकाल में सुनिश्चित करेंगे कि जातिगत जनगणना करवाई जाए। इस पर नरेंद्र मोदी और मोहन भागवत ने कई बातें कहीं, लेकिन थोड़ा सा दबाव पड़ते ही उन्होंने सरेंडर कर दिया। राहुल गांधी ने आगे कहा कि मोदी सरकार ने दबाव में आकर जातिगत जनगणना की घोषणा कर दी है, लेकिन वे इसे कराना नहीं चाहते हैं। भाजपा और आरएसएस अडानी-अंबानी वाला देश चाहते हैं, सामाजिक न्याय वाला देश नहीं चाहते हैं।उन्होंने जातिगत जनगणना को लेकर तेलंगाना और बिहार के मॉडल के बीच का फर्क समझाया। उन्होंने कहा कि बिहार में अफसरों ने जातिगत सर्वे के लिए दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, सामान्य वर्ग या अल्पसंख्यकों से बिना पूछे ही सवाल तैयार कर दिए। वहीं, तेलंगाना में दलित संगठनों, आदिवासी संगठनों समेत कइयों को प्रक्रिया में शामिल कर सवाल तय किए गए। इसके बाद हुई जातिगत जनगणना से पता चला कि प्रदेश में कॉर्पोरेट सेक्टर और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में बड़े पदों पर एक भी दलित, आदिवासी या पिछड़े वर्ग का व्यक्ति नहीं था।वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि आज देश का पूरा धन चुनिंदा लोगों के हाथों में सौंपा जा रहा है। चारों तरफ बस दो-तीन लोग दिखते हैं, जैसे इनके अलावा देश में कोई और व्यापारी ही नहीं है। उन्होंने कहा कि देश में दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों की आबादी करीब 90 प्रतिशत है, लेकिन इनकी भागीदारी ही नहीं है। हम सुपर पावर बनने की चाहे कितनी भी बात कर लें, लेकिन ये तभी संभव है जब हिंदुस्तान अपनी पूरी शक्ति का उपयोग करे।उन्होंने कहा कि अडानी-अंबानी चीन का माल भारत में बेचते हैं, खुद कमाई करते हैं और रोजगार चीन के युवाओं को मिलता है, जबकि यहां के युवा बेरोजगार घूम रहे हैं। जातिगत जनगणना से पता चल जाएगा कि किसको फायदा मिल रहा है और किसके साथ अन्याय हो रहा है। जिला स्तर पर संगठन की मजबूती पर जोर देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जो लोग मध्य प्रदेश में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष बनेंगे, वही राज्य में पार्टी को चलाएंगे। जिला अध्यक्षों को कई जिम्मेदारियां दी जाएंगी और साथ ही उन्हें सशक्त भी किया जाएगा। जिला अध्यक्षों की आवाज स्थानीय चुनाव, विधानसभा और लोकसभा चुनाव के प्रत्याशियों को चुनते समय सुनी जाएगी।
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