अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
फरीदाबाद :हरियाणा सरकार के खाद्य, एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के राज्य मंत्री राजेश नागर ने आज तिगांव की अनाज मंडी का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने मंडी में किसानों की समस्याओं को सुना, अनाज खरीद प्रक्रिया का जायजा लिया और आवश्यक सुधारों को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए.मंत्री ने किसानों को आश्वस्त किया कि सरकार उनके हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि तौल और भुगतान प्रक्रिया को शीघ्र और पारदर्शी बनाया जाए, ताकि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने कहा,”मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हमारी सरकार किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए पूरी तरह से तत्पर है और मंडियों में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”मंडी परिसर का दौरा करते हुए मंत्री ने खरीद प्रक्रिया, भंडारण व्यवस्था, सफाई और अन्य बुनियादी सुविधाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने मंडी अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कहा कि मंडी में अनाज की तौल सही तरीके से हो, किसानों को किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े और उनके अनाज का उचित मूल्य मिले, यह सरकार की प्राथमिकता है।नागर ने मंडी समिति के अधिकारियों से पूछा कि खरीद प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए अब तक क्या-क्या कदम उठाए गए हैं। इस पर अधिकारियों ने उन्हें विस्तार से जानकारी दी और बताया कि सरकार की ओर से जारी निर्देशों का पालन किया जा रहा है।नागर ने मंडी प्रशासन और व्यापारियों के साथ भी बैठक की। उन्होंने आढ़ती संघ और व्यापारियों को आश्वस्त किया कि सरकार सभी हितधारकों के साथ मिलकर काम कर रही है, ताकि किसानों और व्यापारियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि “मंडी में खरीद से लेकर भुगतान तक की सभी प्रक्रियाएं पूरी तरह से पारदर्शी होनी चाहिए। सरकार किसानों और व्यापारियों के हितों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।”मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों को उनकी फसल का भुगतान तय समय सीमा के भीतर किया जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी किसान को अपनी उपज का पैसा पाने के लिए अनावश्यक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। साथ ही, उन्होंने मंडी में आने वाले किसानों के लिए पेयजल, छायादार स्थान और स्वच्छता जैसी सुविधाएं सुनिश्चित करने को कहा।
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