अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: सेक्टर= 56-56-A का कुछ भाग जो नगर निगम लिमिट में नहीं आता उसे भी नगर निगम द्वारा गलती से अपने पोर्टल अर्बन एरिया में चढ़ाकर राजस्व विभाग को भेज दिया गया है। जिसके कारण अब नगर निगम उन प्लॉटों की प्रॉपर्टी आईडी यह कहकर नहीं बना रहा कि, यह हमारे लिमिट से बाहर है। राजस्व विभाग के पोर्टल पर नगर निगम की गलती के कारण इसे अर्बन एरिया दिखाया जा रहा है। इसलिए बिना प्रॉपर्टी आईडी के ओटीपी जारी नहीं हो पा रहा। जिसके कारण बहुत सारी संख्या में प्लाट धारक अपनी संपत्तियों का पंजीकरण करवाने के लिए कभी नगर निगम और कभी तहसील कार्यालय में भटक रहे हैं।

ऐसा पिछले 11 महीने से लगातार समस्याओं का सामना करते हुए आज भी दर्जनों की संख्या में लोग नगर निगम कमिश्नर कार्यालय में परेशान हालत में भटकते हुए देखे जा सकते हैं। पूर्व नगर निगम कमिश्नर श्रीमती गरिमा मित्तल को महासचिव गुरमीत सिंह देओल द्वारा सौंपे गए मांग पत्र के बाद इस कार्य को अतिरिक्त नगर निगम कमिश्नर श्रीमती वैशाली शर्मा को सौंपा गया था। और प्रॉपर्टी आईडी में देरी किए जाने बारे संयुक्त आयुक्त मुख्यालय प्रशांत अटकन को नोडल अफसर बनाकर जांच के आदेश दिए गए थे।

लेकिन अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि आज भी लगभग 1 महीने से ऊपर का समय बीत जाने के बाद इन दोनों कार्यों में कुछ भी प्रगति देखने-सुनने में नजर नहीं आ रही। इसलिए आज फीवा का एक प्रतिनिधिमंडल नवनियुक्त नगर निगम कमिश्नर यशपाल यादव से मिला और उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया उनके द्वारा भी धैर्य पूर्वक सभी आए हुए लोगों की समस्याएं सुनने के बाद आगामी 10 या 15 दिनों में शीघ्र समाधान करवाए जाने का आश्वासन दिया गया है।
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