अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: व्हाट्सअप हैक कर लड़कियों की निजी बातचीत चोरी कर ब्लैकमेल करने वाले एक गिरोह का साइबर सेल ने पर्दाफाश किया हैं। पुलिस ने इस मामले में एक महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस की माने तो मुख्य आरोपित वारदात के लिए वह पलवल के रहने वाले सत्तार खान से फर्जी पहचान पत्र पर मोबाइल सिम लेता था और वहीं ब्लैकमेलिग से मिलने वाली रकम अपनी महिला मित्र पूजा के पेटीएम या बैंक खाते में डलवाता था।
पुलिस के मुताबिक आरोपित मनीष महज 12वीं तक पढ़ा है। लडकियों को पहले हितैषी बनकर उन्हें कॉल करता था और उनके मोबाइल पर भेजा गया एक ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) पता कर लेता था। इस ओटीपी से वह उनका वाट्सएप हैक करता था। इसके बाद वाट्सएप पर दोस्तों से की गई उन की निजी बातचीत, फोटो व अन्य जानकारियां चोरी करता था। वह लड़कियों को फोन कर यह सारी जानकारी उनके पिता, भाई को भेजने के साथ ही सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देता। अधिकतर कॉलेज जाने वाली छात्राएं उसके निशाने पर होती थीं। उनके पास ज्यादा रूपए नहीं होते, इसलिए पांच से सात हजार रूपए ही ऐंठ पाता था। एक लड़की का वाट्सएप हैक करने के बाद वह उसके वाट्सएप ग्रुप में शामिल दूसरी लड़कियों के मोबाइल नंबर भी ले लेता था। उनके भी वाट्सएप हैक कर ब्लैकमेल करता। आरोपित लगभग डेढ़ साल से सक्रिय था। अब तक दिल्ली-एनसीआर में करीब 100 लड़कियों को ब्लैकमेल कर चुका है। फरीदाबाद में एक लड़की की शिकायत पर एनआइटी महिला थाने में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद साइबर सेल सक्रिय हुई और आरोपित को धर दबोचा। कॉलेज जाने वाली कई छात्राओं द्वारा वाट्सएप हैक होने की शिकायतें मिल रही थीं। हमें अंदेशा हो गया कि कोई गिरोह सक्रिय है। तकनीकी सहायता से आरोपित को दबोच लिया।