अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: गांव नौरंगपुर रोड पर जिम संचालक मंजीत पहलवान की हत्या गांव नखड़ौला निवासी व कुख्यात गैंगस्टर अशोक राठी के करीबी रहे धीरज ने अपने साथियों से कराई थी। यह जानकारी बुधवार शाम इफको चौक के नजदीक से क्राइम ब्रांच सेक्टर-17 की टीम द्वारा धीरज की गिरफ्तारी के बाद सामने आई। उसके पास से एक पिस्टल भी जब्त की गई। वीरवार को उसे अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जाएगा। प्रारंभिक पूछताछ के मुताबिक वाटिका सिटी इलाके में मंजीत पहलवान अखबार वितरण के कार्य से जुड़ा था। यह काम धीरज खुद करना चाहता था। धीरज ने एक बार मंजीत को धमकी देकर कहा था कि अखबार वितरण के कार्य से हट जाओ अन्यथा अंजाम बुरा होगा।
ऐसा नहीं करने पर अपने साथियों से हत्या करवा दी। उसने साथियों को हथियार भी उपलब्ध कराए थे। मूल रूप से दिल्ली के गांव वजीरपुर निवासी 41 वर्षीय मंजीत पहलवान गुरुग्राम जिले के गांव शिकोहपुर में अपने मामा कंवरलाल के पास परिवार सहित रहते थे। सोमवार सुबह अपने बच्चों के साथ गांव नौरंगपुर में पार्क में टहल रहे थे। तभी तीन से चार हथियारबंद बदमाश वहां पहुंच गए। कुछ मिनट तक सभी झूले पर बैठे। इसके बाद मंजीत के सामने आते ही चारों ओर से घेर कर फायरिग शुरू कर दी। नजदीक से उन्हें 14 गोलियां मारी गईं। एक गोली सिर में लगी, जिससे मौके पर ही मौत हो गई। गोली मारने वालों ने किसी से कुछ बात नहीं की। बताते हैं कि क्राइम ब्रांच की टीमों ने मृतक के बच्चों से लेकर वारदात के दौरान पार्क में टहल रहे कई लोगों से पूछताछ की है। सभी का कहना है कि जो भी बदमाश आए थे उन्होंने गोलियां चलाने से पहले या जाते समय एक शब्द भी नहीं कहा। इससे साफ था कि हत्याकांड को भाड़े के बदमाशों ने अंजाम दिया था।