अजीत सिन्हा की रिपोर्टनई दिल्ली : सिख समुदाय के लोगों ने एक मुहिम के तहत केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार व डीएमआरसी से दिल्ली के जीटीबी नगर मेट्रो स्टेशन के बजाए उनका पूरा नाम गुरु श्री तेग बहादुर नगर रखने की मांग की हैं. इस बाबत सिख समुदाय ने 1200 सिखों के सिग्नेचर करवाई हैं और केंद्र , दिल्ली सरकार व डीएमआरसी को भेज दी हैं पर केंद्र व दिल्ली सरकार और डीएमआरसी ने सिखों की इस मांग को अभी तक पूरा नहीं किए जाने की वजह से,उनमें केंद्र और दिल्ली सरकार के प्रति खासी नाराजगी जताई हैं।
कुलदीप सिंह, लीला पंजवानी ,डॉ. विजय शर्मा व बी.पी सिंह, आर. पी. पाहवा का कहना हैं कि वह दिल्ली के बांग्ला साहब गुरुद्वारा में अक्सर माथा टेकने के लिए जाते हैं और वहां लोगों में यह चर्चा चल रहीं थी, कि जीटीबी नगर मेट्रो स्टेशन उनके गुरु और प्रेणना स्रोत गुरु श्री तेग बहादुर के नाम पर रखा गया हैं पर उस मेट्रो स्टेशन पर उनका पूरा नाम लिखने के बजाए शार्ट नाम जीटीबी नगर मेट्रो स्टेशन रखा गया हैं। उन लोगों का कहना हैं कि इस नाम को पूरा और मोटे अक्षरों में लिखा जाना चाहिए था। क्यूंकि जो लोग उस मेट्रो स्टेशन से आते -जाते हैं वह लोग आपस में यही बाते करते हैं कि जीटीबी नगर मेट्रो स्टेशन पर उत्तर जाएंगे या जीटीबी नगर मेट्रो स्टेशन पर चढ़ जाएंगे।
ऐसे में उनके गुरु श्री तेग बहादुर को वह सम्मान नहीं मिल पाता हैं ऐसे में बातें करना अपमान जैसा हैं और आज के युवाओं को उन के जीवन के बारे में बारिकी से जानने का मौका नहीं मिल पा रहा हैं। उन लोगों का कहना हैं कि इस स्टेशन के अलावा और मेट्रो स्टेशनों का नाम चाहे वह किसी के नाम से हों, बड़े बड़े अक्षरों में लिखे हुए हैं और उनका नाम पूरा लिखा हुआ हैं इसी तरह से जीटीबी नगर मेट्रो स्टेशन पर उनके गुरु श्री तेग बहादुर का पूरा नाम लिखा जाए। उन लोगों का यह भी कहना हैं कि दिल्ली के बांग्ला साहब गुरुद्वारा में बाकयदा एक मुहीम चलाई गई हैं जिसमें 1200 सिखों के एक साथ सिग्नेचर कराए गए हैं और केंद्र व दिल्ली सरकार और डीएमआरसी को भेज दी गई हैं। उन सभी लोगों का कहना हैं कि हजारों सिखों की भावनाओं को ध्यान रखते हुए जीटीबी नगर मेट्रों स्टेशन पर उनके गुरु श्री तेग बहादुर का पूरा नाम लिखा जाए।

