अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम:हरियाणा के पुलिस महानिदेशक ओ.पी. सिंह ने आज सोमवार को थाना साइबर अपराध पूर्व, गुरुग्राम का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण का सबसे दिलचस्प पहलू यह रहा कि वे स्वयं डिजिटल अरेस्ट के एक पीड़ित के रूप में थाने पहुँचे, ताकि आम नागरिक को मिलने वाली वास्तविक प्रक्रिया, व्यवहार और सहायता की गुणवत्ता का जमीनी स्तर पर आकलन किया जा सके।थाने में तैनात संतरी ने निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार उन्हें शोध अधिकारी से मिलने तथा शिकायत दर्ज कराने की प्रक्रिया समझाई। इस दौरान पुलिस महानिदेशक ने थाने की कार्यप्रणाली, पीड़ित सहायता व्यवस्था, रिस्पॉन्स सिस्टम और जागरूकता तंत्र की गहन समीक्षा की।
निरीक्षण के पश्चात् मीडिया से बातचीत में सिंह ने साइबर अपराधों से बचाव, पीड़ितों को त्वरित राहत दिलाने और समाज को अधिक जागरूक बनाने के लिए उठाए जा रहे कदमों की जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस साइबर अपराधों की बदलती चुनौतियों से निपटने के लिए लगातार ठोस, प्रभावी और नवाचारी रणनीति अपना रही है।डीजीपी ने बताया कि छोटी राशियों के फ्रीज होने पर पीड़ितों को आर्थिक राहत तेजी से उपलब्ध करवाने के लिए पुलिस लोक अदालत की मदद लेगी, ताकि उन्हें बिना देरी रकम की वापसी मिल सके। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि किसी साइबर ठगी में बैंक की ओर से लापरवाही सामने आती है, तो पीड़ित को हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई का दायित्व बैंक पर रहेगा। यह पीड़ितों के अधिकारों की एक महत्वपूर्ण सुरक्षा है।
समाज को साइबर सुरक्षित बनाने के लिए सिंह ने कहा कि जागरूकता का अभियान-स्तर पर ले जाया जाएगा।
सोशल मीडिया, सामुदायिक कार्यक्रमों, और राज्यव्यापी अभियानों के साथ—
स्कूल और कॉलेजों में हेड स्टूडेंट्स की विशेष टीमें गठित की जाएँगी,
जिन्हें साइबर अवेयरनेस एंबेसडर बनाया जाएगा।
ये एंबेसडर अपने संस्थानों में साथियों को साइबर अपराधों से बचाव की जानकारी देंगे।
ओ.पी. सिंह ने कहा,“अधिकांश साइबर अपराध भय और लालच का लाभ उठाकर किए जाते हैं। कोई व्यक्ति आपको कमाई, इनाम, डर या किसी भी प्रकार के दबाव में पैसे भेजने को कहे—तो समझ लें कि आप साइबर ठग के निशाने पर हैं। सावधानी ही सुरक्षा है।”उन्होंने नागरिकों से अपील की कि किसी भी संदिग्ध कॉल, लिंक, ऐप या प्रस्ताव पर तुरंत सतर्क हों और आवश्यकता पड़ने पर साइबर हेल्पलाइन 1930 पर तुरंत शिकायत दर्ज करवाएँ। डीजीपी ने आश्वस्त किया कि हरियाणा पुलिस साइबर अपराधों से निपटने के लिए मिशन मोड में कार्य कर रही है।पीड़ितों को न्याय, थानों की तकनीकी क्षमता को मजबूती, और पूरे प्रदेश में डिजिटल सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में निरंतर प्रयास जारी रहेंगे।
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