अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद ने परिसर के आसपास छह हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है, तथा विश्वविद्यालय परिसर के साथ लगती वाईएमसीए सड़क पर ग्रीन बेल्ट का रख-रखाव भी करेगा जोकि मथुरा रोड (एनएच-2) को बाइपास रोड के साथ जोड़ती है। यह जानकारी कुलपति प्रो. एस.के. तोमर ने फरीदाबाद विधायक नरेंद्र गुप्ता के साथ चर्चा करते हुए दी। गुप्ता विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित पौधरोपण अभियान में मुख्य अतिथि थे। उल्लेखनीय है कि विश्व विद्यालय द्वारा जुलाई माह को हरियाली पर्व के रूप में मनाया जा रहा है और इस अवसर को चिह्नित करते हुए वृक्षारोपण अभियान शुरू किया गया है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिष्ठित हस्तियों को वृक्षारोपण अभियान में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है।
विश्वविद्यालय आगमन पर प्रो. तोमर ने नरेंद्र गुप्ता को एक पौधा भेंट कर स्वागत किया। इस अवसर पर डीन (कॉलेज) प्रो. तिलक राज, डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो लखविंदर सिंह, एनएसएस समन्वयक प्रो प्रदीप डिमारी, पर्यावरण इंजीनियरिंग की अध्यक्ष (प्रभारी) डॉ रेणुका गुप्ता और डीएसडब्ल्यू कार्यालय एवं वसुंधरा ईसीओ क्लब के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे। गुप्ता ने विश्वविद्यालय के मुख्य मैदान पर नीम का पौधा भी लगाया। इस मौके पर उनके साथ मुकेश अग्रवाल, कुलदीप साहनी, नीरज मित्तल और अजीत नंबरदार भी मौजूद थे। कुलपति प्रो. तोमर ने फरीदाबाद विधायक को अवगत कराया कि विश्वविद्यालय प्रदूषण सहित विभिन्न स्थानीय समस्याओं के तकनीकी समाधान प्रदान करने की दिशा में कार्यरत है। विश्वविद्यालय द्वारा दिन-ब-दिन बिगड़ती फरीदाबाद की वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए एक महत्वाकांक्षी अनुसंधान परियोजना पर काम किया जा रहा है। उन्होंने परियोजना के लिए राज्य सरकार द्वारा अनुदान प्रदान करवाने में विश्वविद्यालय को सहयोग देने के लिए विधायक से आग्रह किया।
प्रो. तोमर ने कहा कि विश्वविद्यालय में लगभग छह हजार छात्र पढ़ रहे हैं और विश्वविद्यालय ने प्रत्येक छात्र के लिए विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान कम से कम एक पौधा लगाने और अपनाने का लक्ष्य रखा है। इस प्रकार, विश्वविद्यालय हर साल छह हजार पौधों का रोपण और उचित देखभाल सुनिश्चित करेगा। कुलपति ने विधायक को विश्वविद्यालय द्वारा उभरती प्रौद्योगिकी पर शुरू किये गये नए पाठ्यक्रमों से अवगत कराया। प्रो. तोमर ने विश्वविद्यालय की भावी परियोजनाओं से भी अवगत करवाया और विश्वविद्यालय के समग्र विकास के लिए उनका सहयोग मांगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गुप्ता ने कहा कि हर साल देश के सबसे प्रदूषित शहरों में फरीदाबाद का नाम आता है जो कि चिंता का विषय है. इस मुद्दे के समाधान के लिए चाहे शैक्षणिक संस्थान हों, उद्योग हों, सामाजिक या राजनीतिक संगठन हों, सभी को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि जे.सी. बोस विश्वविद्यालय क्षेत्र के प्रमुख विश्वविद्यालयों में से एक है और उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि विश्वविद्यालय प्रदूषण के समाधान की दिशा में गंभीरता से काम कर रहा है। गुप्ता ने कहा कि विश्वविद्यालय से सटी वाईएमसीए सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है और इसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने इस सड़क पर हरित पट्टी का रखरखाव विश्वविद्यालय द्वारा किये जाने का आग्रह किया। उन्होंने विश्वविद्यालय की पहल के लिए हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया और पौधारोपण अभियान की सफलता के लिए विश्वविद्यालय को 500 ट्री गार्ड प्रदान करने की घोषणा की। बाद में, विश्वविद्यालय और आसपास के क्षेत्रों में बरसात के मौसम में जलजमाव के मुद्दे पर मीडियाकर्मियों को जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में जलजमाव की समस्या बहुत चिंता का विषय है। हम इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की दिशा में काम कर रहे हैं। गांव सीही में अमृत सरोवर मिशन के तहत तालाब को पुनर्जीवित करने की योजना है जिसे राज्य सरकार द्वारा अपशिष्ट जल प्रबंधन के लिए तालाबों के जीर्णोद्धार और विकास के उद्देश्य से शुरू किया गया है। सीही गांव में तालाब का जीर्णोद्धार हो जाने के बाद बारिश के पानी के संरक्षण में मदद मिलेगी और क्षेत्र में जलजमाव की समस्या का समाधान होगा।
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